प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय आईटी कंपनी टीसीएस की ओर से रियाद शहर में स्थापित अपने किस्म के पहले सूचना प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण केंद्र में गए जो पूरी तरह महिलों के लिए और महिलाओं द्वारा परिचालित है. प्रधानमंत्री ने केंद्र में सऊदी महिला आईटी पेशेवरों से बातचीत की. मोदी ने इस केंद्र में कार्यरत महिला पेशेवरों को प्रधानमंत्री ने भारत आने का न्योता भी दिया.
मोदी ने टीसीएस की महिला पेशेवरों से बातचीत में कहा, ‘दुनिया के लिए यह एक प्रमुख खबर है कि आज (रविवार) मैं रियाद में उन आईटी पेशेवरों से मिल रहा हूं जिनके बारे में मैं कह सकता हूं वे सऊदी अरब के गौरव का प्रतिनिधित्व करती हैं. वह केंद्र में करीब 40 मिनट तक रहे और इस दौरान उन्होंने सेल्फी भी खिंचवाई. मोदी ने कहा, ‘‘आप सभी भारत आएं.
मैं आपको गर्मजोशी से स्वागत का भरोसा दिलाता हूं. मैं जैसा माहौल यहां देख रहा हूं उससे दुनिया में मजबूत संदेश जाएगा. टीसीएस के केंद्र में बीपीओ परिचालन में 1,000 महिलाएं कार्यरत हैं. इनमें से 85 प्रतिशत सऊदी नागरिक हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज इस बेहद प्रतिस्पर्धी दुनिया में यदि हमें आगे बढ़ना है, तो सभी ताकतों को एक साथ प्रगति करनी होगी.
जब मैं ताकतों की बात करता हूं तो इसमें सिर्फ प्राकृतिक संसाधन नहीं मानव संसाधन भी शामिल है. मानव संसाधान मानव शक्ति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. मोदी ने कहा, ‘‘यदि महिलाओं की क्षमता का निर्माण किया जाए और उन्हें विकास प्रक्रिया से संबद्ध किया जाए, तो किसी देश का विकास बेहद तेज रफ्तार से होगा. मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत ने आईटी पेशे में दुनिया में अपनी जगह बनाई है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आप सभी को भारत आने का आमंत्रण देता हूं. आप खुद देखेंगे कि भारतीयों पर आपका क्या प्रभाव पड़ता है. टीसीएस ने रियाद में पूर्ण महिला बीपीओ केंद्र 2013 में स्थापित किया था. मोदी ने कहा, ‘‘मेरा एक सुझाव है, मैंने देखा है कि संचाल और पारदर्शिता के लिए प्रौद्योगिकी काफी बड़ी भूमिका निभाती है और मेरे लिए ई-गवर्नेंस आसान, सस्ता और प्रभावी गवर्नेंस है.