अब पाकिस्तान में किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया गया है. खालिस्तानी आतंकी और लश्कर-ए-तैयबा संस्थापक हाफिज सईद के सहयोगी गोपाल सिंह चावला ने कहा कि दिल्ली की ट्रैक्टर रैली की तर्ज पर पाकिस्तान में भी ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी.
गोपाल सिंह चावला के इस ऐलान से साफ हो गया है कि पाकिस्तान किसान आंदोलन को भारत के खिलाफ माहौल बनाने के मौके के रूप में देख रहा है. उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत में किसानों के मुद्दे को भड़काने की कोशिश कर रही है.
बता दें कि ISI ही चावला को संरक्षण देती रही है. यह रैली भारत और पाकिस्तान सीमा तक निकाली जाएगी.चावला और पाकिस्तान इस रैली के बहाने भारत में चल रहे आंदोलन को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.
ट्रैक्टर रैली के जरिए वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भी इस ओर आकर्षित करना चाहते हैं. चावला ने इसके समर्थन में अपना एक दो मिनट का वीडियो भी जारी किया है. वीडियो में पाकिस्तानी लोगों से ट्रैक्टर रैली के लिए समर्थन मांगा गया है.
चावला ने कहा कि यह ट्रैक्टर रैली ननकाना साहिब से शुरू होकर भारतीय सीमा के पास वाघा बॉर्डर तक जाएगी.वैसे, यह पहली बार नहीं है जब चावला ने भारत के लोगों को भड़काने का प्रयास किया है.
भारत ने 2018 में पाकिस्तान को एक डोजियर दिया था, जिसमें कहा गया था कि चावला भारतीयों को भड़काने का प्रयास कर रहा है. चावला के पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद से करीबी संबंध हैं.
गौरतलब है कि भारत में चल रहे किसान आंदोलन में खालिस्तान समर्थकों की भूमिका स्पष्ट हो चुकी है. खालिस्तानियों से सहानुभूति रखने वाले किसान आंदोलन में सक्रिय हैं और माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं.
किसान आंदोलन के बहाने भारत विरोधी ताकतें एकजुट हो गई हैं. अलग-अलग मंचों से इस आंदोलन को लेकर देश को तोड़ने की साजिश को अंजाम दिया जा रहा है. पॉप स्टार रिआना और पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के आंदोलन के समर्थन वाले ट्वीट की असलियत सबके सामने आ चुकी है.
भारत विरोधी ताकतें ऐसा माहौल बनाना चाहती हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को न चाहते हुए भी भारत के इस आंतरिक मामले में दखल देना पड़े. इसलिए हर रोज एक नई साजिश रची जा रही है, पाकिस्तान में होने वाली रैली इसी का हिस्सा है.