आईएसआई कश्मीर और अफ़ग़ानिस्तान में भारत के खिलाफ आतंकी हमले के लिए नए गुट अल बदर को मजबूत करने में जुटी हुई है. ज़ी मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक, लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठन पर भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी की नज़र है, ऐसे में अल बदर नाम के नए गुट से एक साथ दोनों देशों में आतंकी हमले की साजिश में पाकिस्तान लगा हुआ है, जिससे किसी को शक न हो.
जांच एजेंसियों के मुताबिक, पिछले तीन महीनों में अब तक कश्मीर में 15 के करीब आतंकियों ने अल बदर नाम के गुट में शामिल हुए हैं, जिसमे से अकेले पुलवामा और शोपियां से 3 आतंकी अब तक अल बदर गुट में शामिल हो चुके हैं.
पिछले महीने पाक अधिकृत कश्मीर में एक रैली के दौरान अल बदर के मुखिया बक्त ज़मीन ने ये दावा किया था की अल बदर आने वाले वक़्त में कश्मीर की आवाज़ बनेगा.जांच एजेंसियों के मुताबिक, अल बदर पाकिस्तान में भारत और अफ़ग़ानिस्तान में आतंकी हमले के लिए डोनेशन जुटाने में लगा हुआ है.
अल बदर को डोनेशन का सबसे बड़ा हिस्सा ईद के दौरान जानवरों की क़ुरबानी से मिल रहा है. इस गुट को लश्कर और जैश जैसे आतंकी गुटों से बड़ी मदद मिल रही है.इसके साथ खुफिया एजेंसियों ने सरकार को भेजी एक रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत पर आतंकी हमले के लिए जैश-ए-मोहम्मद को फंड से लेकर ट्रेनिंग और हथियारों की सप्लाई करने में लगी हुई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआई ने पाक अधिकृत कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों की ट्रेनिंग के लिए नये आतंकी कैंप बनाए हैं.जहां आईएसआई जैश-ए-मोहम्मद को भारत पर बड़े आतंकी हमले करने के लिए मदद करने में लगी है, वहीं वो लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी ग्रुपों के बजाए जैश-ए-मोहम्मद पर ज्यादा भरोसा कर रही है.
गृह मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने जी न्यूज़ को बताया कि कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद ने टेलीग्राम पर अनसार ए जैश नाम से ग्रुप बनाया हुआ है, जिसकी मदद से जैश ए चीफ मौलाना मसूद अजहर भारत के खिलाफ जेहाद कश्मीरी युवकों को बरगलाने की कोशिश में लगा है.
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक जैश ए मोहम्मद ने ऐसे ही एक ग्रुप में दावा किया है कि उसके आतंकी लखनऊ, दिल्ली और मुंबई में मौजूद है. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, लाईन आफ कंट्रोल के रास्ते जैश के कुछ आतंकियों के कश्मीर में दाखिल होने की आशंका है.
जैश ने पिछले कुछ महीनों में कुछ लोकल आतंकियों की भर्ती की है ये आतंकी सुरक्षा बलों पर फिदाईन हमले की साजिश रच रहे हैं.गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि भारत के खिलाफ जेहाद फैलाने के लिए जैश-ए-मोहम्मद पिछले कुछ महीनों में सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हो चुका है.