मोदी और ट्रम्प की मुलाकात को लेकर पाकिस्तान ने अमेरिका पर भारत की जुबान बोलने का आरोप लगाया है। PAK को होम मिनिस्टर चौधरी निसार ने कहा कि लगता है कि अमेरिका के लिए कश्मीरियों की मौत का कोई मोल नहीं है। चौधरी निसार ने कहा भारत सरकार जम्मू और कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रही है। वो आजादी के लिए लड़ने वालों को आतंकवादी की तरह दिखा रही है।
द डॉन न्यूज पेपर के मुताबिक निसार ने कहा सिद्धांतों को मानने वाले हर देश के लिए कश्मीर में भारत के एक्शन चिंता का विषय होने चाहिए। ऐसा लगता है कि अमेरिका के लिए कश्मीरियों की हत्याएं महत्वपूर्ण नहीं हैं और इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स के कानून कश्मीर में लागू नहीं होते हैं।
कश्मीर में सरकार द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद को जानबूझकर नजरंदाज किया जा रहा है। ये इंसाफ की धारणा और अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों पर बुरा असर डाल रहा है। ये उन ताकतों के दोहरे मापदंडों को दिखाता है, जो खुद को मानवाधिकार और लोकतांत्रिक मूल्यों का चैंपियन बताते हैं।
निसार ने कहा पाकिस्तान सरकार कश्मीरियों के हक से कभी समझौता नहीं करेगी। वहां तब तक संघर्ष चलता रहेगा, जब तक कश्मीरियों को यूनाइटेड नेशन के प्रस्ताव के मुताबिक न्याय और हक नहीं मिल जाता है।इससे पहले पाकिस्तान ने हिज्बुल मुजाहिद्दीन के चीफ सैयद सलाहुद्दीन को ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने के अमेरिका के फैसले का भी विरोध किया था।
तब पाकिस्तान ने कहा था कि कश्मीरियों की आजादी का समर्थन करने वाले लोगों को आतंकवादी बताना पूरी तरह अन्याय है।चीन ने बुधवार को कहा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान सबसे आगे है। हमें ये लगता है कि आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना चाहिए और ऊंचा उठाना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की लड़ाई को स्वीकार करना चाहिए।चीन फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन लू कांग ने कहा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आंतकवाद के साथ लड़ाई में पाकिस्तान सबसे आगे खड़ा है और लगातार कोशिश कर रहा है।मोदी और ट्रम्प की पहली मुलाकात के बाद चीन और पाकिस्तान के इस तरह के बयान आ रहे हैं।
इस मुलाकात से पहले अमेरिका ने हिज्बुल मुजाहिद्दीन के चीफ सैयद सलाहुद्दीन को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था। ट्रम्प और मोदी ने अपने ज्वाइंट स्टेटमेंट में मिलकर कट्टर इस्लामिक आतंकवाद से लड़ने और आतंकी पनाहगाहों को खत्म करने की बात कही थी।