पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने भारत के साथ शांति का राग छेड़ा है। जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा कि, हम परस्पर सम्मान और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के आदर्श पर चलने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। यह सभी दिशाओं में शांति का हाथ बढ़ाने का समय है। जनरल बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान और भारत को कश्मीर मुद्दे को गरिमापूर्ण और शांतिपूर्ण तरीके से हल करना चाहिए।
खैबर-पख्तूनख्वा के रिसालपुर में पाकिस्तान वायु सेना के असगर खान अकादमी में स्नातक समारोह को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा कि, पाकिस्तान और भारत को भी लंबे वक्त से चले आ रहे जम्मू-कश्मीर विवाद का वहां के लोगों की उम्मीदों के मुताबिक सम्मानजनक और शांतिपूर्ण तरीके से समाधान करना चाहिए और इस मानव त्रासदी का तर्कपूर्ण नतीजा निकालना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक शांतिप्रिय देश है जिसने क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए बहुत बड़े बलिदान दिए हैं। हम परस्पर सम्मान और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के आदर्श पर चलने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। यह सभी दिशाओं में शांति का हाथ बढ़ाने का समय है। उन्होंने यह भी कहा कि शांति की इच्छा को कोई कमजोरी न समझे।
पाकिस्तान की सेना किसी भी खतरे को खत्म करने की क्षमता रखती है और तैयार है। सेना प्रमुख की टिप्पणी पर नई दिल्ली ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि यह निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी कि जनरल बाजवा ने अपनी स्थिति बदल ली है।
हमें यह ट्रैक करने की आवश्यकता होगी कि क्या यह एक बार की टिप्पणी है या साथ ही संभव परिवर्तन के अन्य संकेतक हैं। अधिकारी ने कहा, पाकिस्तान को अपनी धरती पर आतंकी बुनियादी ढांचे को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। नई दिल्ली को समझाने के लिए आतंकवादियों को समर्थन देना बंद करना होगा, ताकि वह संबंधों में सुधार के बारे में गंभीर हो।