पाकिस्तान में खाने-पीने के संकट के साथ ही बेरोजगारी की मार भी झेल रहा है. आतंकवाद की फैक्ट्री चलाने वाले पाकिस्तान की हालत ऐसी हो गई है कि वो बार-बार फंड के लिए भीख मांग रहा है. हर बार की तरह पाकिस्तान अपनी मजबूरी का फायदा उठाने का मौका चीन को देने के लिए उतावला है.
इमरान खान अपने अधिकारियों से कह रहे हैं कि चीन को कैसे भी निवेश के लिए तैयार करो.पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने उनके देश को इंडस्ट्रियलाइजेशन में तेजी लाने और अपनी बढ़ती आबादी को रोजगार मुहैया कराने के लिए निवेश की जरूरत बताई.
हमेशा की तरह इमरान खान इसके लिए सबसे ज्यादा उम्मीद चीन से लगा रहे हैं जबकि चीन के बढ़ते ‘प्रभुत्व’ के चलते पाकिस्तान में असंतोष भी पनप रहा है लेकिन इमरान हैं कि अपनी आदतों के चलते मजबूर हैं.
चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के तहत स्थापित किए जा रहे विशेष आर्थिक क्षेत्रों में चीनी निवेशकों की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए, इमरान खान ने संबंधित अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा चीनी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए जमीन और टैक्स प्रोत्साहन उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये.
इमरान खान ने कहा पाकिस्तान को औद्योगीकरण में तेजी लाने के लिए निवेश की जरूरत है. हमारी बढ़ती आबादी के लिए ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा करना जरूरी है, जिनमें से 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम उम्र की है.
उन्होंने कहा संबंधित अधिकारी पाकिस्तान में निवेश करने और एसईजेड को स्थापित करने के लिए ज्यादा से ज्यादा चीनी कंपनियों को आकर्षित करने के लिए जमीन, बिजली और गैस कनेक्शन और टैक्स प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए सभी संभव उपाय करें.