सिंध प्रांत में कुछ दशकों में सबसे भीषण बताई जा रही ‘लू’ से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,200 से अधिक हो गई है। वहीं, देश का यह सबसे बड़ा शहर लू से जुड़ी बीमारियों के चलते अभूतपूर्व संख्या में रोगियों का उपचार करने में मशक्कत कर रहा है।सिंध प्रांत की राजधानी कराची रोगियों की अभूतपूर्व संख्या से सबसे बुरी तरह से प्रभावित है। यहां मृतकों की संख्या 1,000 पहुंच गई है। प्रांत के अन्य हिस्सों में 200 से अधिक लोगों की मौत दर्ज की गई है। क्षेत्र में सर्वाधिक संख्या में एंबुलेंस सेवाएं प्रदान करने वाले ईदी फाउंडेशन के अनवर काजमी ने बताया कि कराची में मृतकों की संख्या 1000 हो गई है।
सिंध के मुख्यमंत्री कैम अली शाह ने बताया कि लू के चलते 200 से अधिक लोगों की सिंध के अंदरूनी हिस्सों में मौत हुई है। सिंध सरकार ने गर्मी से लोगों को दूर रखने के लिए आज सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।कराची के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर ने 325 लोगों की मौत दर्ज की है जिनमें से ज्यादातर लोगों की मौत लू का ईलाज चलने के दौरान हुई। सभी अस्पतालों में आपात स्थिति लागू है। वहां लू लगने के चलते रोगियों की संख्या उमड़ रही है।प्रांतीय सरकार ने डॉक्टरों एवं अन्य कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है और मेडिकल आपूर्ति का भंडार बढ़ाया जा रहा है। शुक्रवार से कराची में 44..45 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है।