पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आज भारत को चेतावनी दी कि अगर उसने उसके देश के भीतर लक्षित हमले करने का दुस्साहस किया तो माकूल जवाब दिया जाएगा। आसिफ ने यह भी दावा किया कि भारत पाकिस्तान के साथ न तो बातचीत की प्रक्रिया जारी रखना चाहता है और न ही तनाव घटाना चाहता है। आसिफ ने सीनेट के सत्र के दौरान कहा अगर भारत लक्षित हमले करता है तो उसे ऐसा जवाब दिया जाएगा, जिसके बारे में उसने सपने में भी नहीं सोचा होगा।
वह सीनेटर सहर कामरान द्वारा नियंत्रण रेखा और अस्थायी सीमा पर संघर्ष विराम के कथित उल्लंघनों से पैदा हुई स्थिति के संबंध में पेश किए गए प्रस्ताव पर बोल रहे थे।उन्होंने कहा अगर भारत ने पाकिस्तान के भीतर लक्षित हमले करने का दुस्साहस किया तो माकूल जवाब दिया जाएगा। उन्होंने लक्षित हमलों के भारत के दावों को ‘निराधार और गलत’ बताया।
रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने दावा किया कि भारत कश्मीर में उग्रवाद को सीमा पार घुसपैठ और आतंकवाद से जोड़ने का विफल प्रयास कर रहा है।आसिफ ने दावा किया कि भारत ने पिछले साल दिसंबर तक नियंत्रण रेखा पर 290 और अस्थायी सीमा पर 40 समेत कुल 330 संघर्ष विराम उल्लंघन किए। उन्होंने कहा कि उल्लंघनों में 45 पाकिस्तानी असैनिक मारे गए और 138 घायल हुए।
उन्होंने कहा कि दिसंबर के बाद उल्लंघनों की आवृत्ति घटी है। आसिफ ने कहा कि उल्लंघनों का देश के सशस्त्र बलों ने प्रभावी तरीके से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इन उल्लंघनों की जानकारी नियंत्रण रेखा और अस्थायी सीमा पर संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह को जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र को दी गई।
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने कूटनीतिक और द्विपक्षीय स्तरों पर भी इस मुद्दे को उठाया।उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों को उनके आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए उनके संघर्ष में राजनैतिक, कूटनीतिक और नैतिक समर्थन जारी रखेगा।इस महीने की शुरूआत में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा था कि उनका बल भारत द्वारा किए जाने वाले किसी भी आक्रमण का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर के अनुसार जनरल बाजवा ने कहा पाकिस्तान के सशस्त्र बल भारत द्वारा किए जाने वाले किसी भी आक्रमण का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।गफूर ने यह भी ट्वीट किया कि जनरल बाजवा ने भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के कथित लक्षित हमलों और इसकी संभावित पुनरावृत्ति के बारे में अपने को नुकसान पहुंचाने वाले दावों को खारिज कर दिया।भारत का कहना है कि उसके बलों ने पिछले साल सितंबर में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों को निशाना बनाते हुए लक्षित हमले किए और उनके प्रशिक्षण शिविरों को नष्ट किया।