पाकिस्तान में ईंधन और बिजली महंगी होने वाली हैं क्योंकि सरकार अब सब्सिडी घटाने पर विचार कर रही है। दरअसलआर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के सामने बेलआउट की मांग की।
बदले में आईएमएफ ने कुछ शर्ते रखी, इन्हीं शर्तो को पूरा करने के लिए पाकिस्तान यह कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। साथ ही 30 लग्जरी आयात पर प्रतिबंध लगाने के बारे में भी सोच रहा है।
दोहा में नाथन पोर्टर के नेतृत्व में आईएमएफ मिशन के साथ औपचारिक बातचीत के पहले दिन, पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने देश की आर्थिक टीम का नेतृत्व किया। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि नई गठबंधन सरकार अपने पद पर बनी रहेगी और कड़े निर्णय लेगी।
इसके अलावा, वह मूल निधि कार्यक्रम में किए गए सुधारों को पूरा करेगी और संरचनात्मक मानकों पर भी जोर देगी।जानकार सूत्रों ने कहा कि वार्ता अच्छी तरह से शुरू हुई, क्योंकि दोनों पक्ष प्रमुख ने राज्य के आर्थिक निर्णय लेने को राजनीति से अलग करने के सिद्धांत पर सहमति जतायी।
सूत्रों ने कहा कि सरकार कुछ दिनों के अंदर ईंधन और ऊर्जा की कीमतों में संशोधन करेगी और शुल्क बढ़ाने के बजाय, वाहनों और मोबाइल फोन के अलावा लगभग 30 लग्जरी वस्तुओं पर पूर्ण प्रतिबंध लगा देगी।