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हमको कोविड 19 महामारी की लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना चाहिए : डब्ल्यूएचओ

डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई कमजोर न पड़े और महामारी से आर्थिक और स्वास्थ्य क्षति को रोकने के लिए समन्वित कार्रवाई और राजनीतिक प्रतिबद्धता अभी भी जरूरी है।डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम घेबियस ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में कहा महामारी (कोविड-19) खत्म नहीं हुई है, लेकिन हां, अंत करीब है।

रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कारणों का हवाला देते हुए कहा कि, महामारी अभी भी प्रति सप्ताह 10,000 लोगों की मौत का कारण बन रही है, जिनमें से अधिकांश को रोका जा सकता है।आगे उन्होंने कहा इसका मतलब है कि हर किसी को जरूरत पड़ने पर, सुरक्षित रहने के लिए उपलब्ध सरल तरीकों का उपयोग करने की जरूरत है जैसे दूरी बनाए रखना, मास्क और वेंटिलेशन।

और इसका मतलब है कि सभी को सुरक्षित रहने के लिए चिकित्सा उपकरणों तक पहुंच की आवश्यकता है जैसे टीके, परीक्षण और उपचार।डब्ल्यूएचओ प्रमुख की टिप्पणी एसीटी-एक्सेलरेटर फैसिलिटेशन काउंसिल के एक कार्यकारी समूह के रूप में आई, जिसने अपनी नवीनतम रिपोर्ट जारी की, जिसमें चेतावनी दी गई कि वैश्विक महामारी खत्म नहीं हुई है और शिथिल पड़ने की जरूरत नहीं है।

रिपोर्ट का निष्कर्ष है कि, कई देश टीकाकरण कवरेज, परीक्षण दरों और उपचार और पीपीई तक पहुंच पर वैश्विक लक्ष्यों को पूरा करने से बहुत दूर हैं। जबकि प्रगति की जा रही है, कोविड-19 का वैश्विक खतरा खत्म नहीं हुआ है, खासकर निम्न-आय वाले देशों में।

रिपोर्ट के अनुसार उच्च आय वाले देशों में लगभग 75 प्रतिशत की तुलना में कम आय वाले देशों में कोविड-19 टीकाकरण दर केवल 19 प्रतिशत है और निम्न और निम्न-मध्यम आय वाले देशों में मौखिक एंटीवायरल सहित नए जीवन रक्षक कोविड-19 उपचारों का रोल-आउट सीमित या न के बराबर है।

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