रूस की जांच समिति के प्रमुख अलेक्जेंडर बैस्ट्रीकिन ने कहा है कि उनकी टीम यूक्रेन के पेंटागन द्वारा वित्त पोषित कथित जैव हथियार कार्यक्रम की आपराधिक जांच में आगे बढ़ रही है।रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा प्राप्त दस्तावेजों के विश्लेषण ने हमें यूक्रेन में सैन्य जैविक गतिविधियों में शामिल लोगों की स्पष्ट रूप से पहचान करने की अनुमति दी है, जिसमें अमेरिकी रक्षा विभाग और अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
बैस्ट्रीकिन ने कहा कि अमेरिका ने 2005 से यूक्रेन में जैविक कार्यक्रमों पर 22.4 करोड़ डॉलर से अधिक खर्च किए हैं और विदेशी सहायता का उपयोग यूक्रेन के रक्षा, स्वास्थ्य और कृषि मंत्रालयों द्वारा शासित लगभग 30 अनुसंधान केंद्रों को अपग्रेड करने के लिए किया गया है।उन्होंने कहा उक्त अनुसंधान के परिणामों को विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत से पहले उक्त शोध के परिणामों को कीव-नियंत्रित क्षेत्र में अपनाया गया था।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि उनकी एजेंसी मामले पर दस्तावेजों का अध्ययन करना जारी रखेगी।आरटी ने बताया कि मार्च में मॉस्को ने दावा किया था कि उसे इस बात के सबूत मिले हैं कि अमेरिका यूक्रेन में जैविक हथियारों के अनुसंधान के लिए धन मुहैया करा रहा है। हालांकि वाशिंगटन और कीव ने इस दावे का खंडन किया और रूस पर दुष्प्रचार अभियान चलाने का आरोप लगाया।
वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक विक्टोरिया नुलैंड ने उस समय कहा था कि वाशिंगटन अनुसंधान सामग्री को रूसी सैनिकों के हाथों में पड़ने से रोकने के लिए यूक्रेन के साथ काम कर रहा है।इस बीच चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने अमेरिका से देश और विदेश में अपनी जैविक सैन्य गतिविधियों का पूरा लेखा-जोखा देने और खुद को बहुपक्षीय सत्यापन यानी संपूर्ण वेरिफिकेशन के अधीन करने का आग्रह किया है।