सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ अपनी लड़ाई को रूस ने भयावह रूप दे दिया है। कई रिपोर्टों के मुताबिक रूस ने उत्तरपूर्वी सीरिया में आम नागरिकों पर खतरनाक सफेद फास्फोरस केमिकल से हमला किया है।यह सीधे तौर पर जिनेवा कनवेंशन का उल्लंघन है, जिसमें किसी भी देश के खिलाफ केमिकल हथियार का उपयोग करना प्रतिबंधित है।
आईएस के नियंत्रण वाले रक्का शहर की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर डाली गई हैं, जिसमें आसमान में सफेद गुबार बना हुआ दिखाई दे रहा है। हालांकि तस्वीरों की सत्यता की पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन यहां के एक सिटीजन जर्नलिस्ट नेटवर्क के मुताबिक मंगलवार को रक्का शहर में फास्फोरस से हमला किया गया।
इससे पहले 13 नवंबर को सीरिया के इदलिब शहर के कुछ लोगों ने भी फास्फोरस केमिकल के दो हमलों के बाद खतरनाक घाव होने की बात कही थी।सीरिया के हालात पर निगरानी रखने वालों के मुताबिक भले ही रक्का में आईएस का नियंत्रण है, लेकिन वहां आम नागरिक इससे भी प्रभावित हो रहे हैं। इन्होंने इसे युद्ध अपराध करार दिया है।
मानवाधिकार संस्थाओं का कहना है कि रूस के हमले में आईएस के आतंकियों के मुकाबले ज्यादा आम नागरिक प्रभावित हुए हैं। शरीर पर पड़ने के बाद यह खतरनाक सफेद फास्फोरस केमिकल बहुत जहरीला होता है और यह मांस व हड्डियों को पिघला देता है।