राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन की युनाइटेड रशिया पार्टी को देश के संसदीय चुनाव में आसान और बड़ी जीत हासिल हुई है। यह नतीजा साल 2018 में पुतिन के चौथी बार राष्ट्रपति बनने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। रविवार को स्टेट ड्यूमा की 450 सीटों के लिए मतदान हुआ था। यह चुनाव सुचारू रूप से संपन्न हो गया, हालांकि पिछले बार के चुनाव में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था।
चुनाव में मतदान 50 फीसदी से कम रहने से यह भी संकेत मिला कि रूसी लोगों का मौजूदा व्यवस्था से मोहभंग हो रहा है और इस चुनाव की वैधानिकता पर सवाल खड़े हो सकते हैं। मतदान के बाद पुतिन ने कहा हम पूरे यकीन के साथ घोषणा कर सकते हैं कि पार्टी को अच्छी कामयाबी मिली है। वह जीत गई है। हालात कठिन है, लेकिन लोगों ने एकीकृत रूस के लिए मतदान किया है। रूस में अब तक 93 फीसदी से अधिक मतों की गिनती हो चुकी है।
इसमें पुतिन की पार्टी को करीब 54.3 प्रतिशत मत हासिल हुये जिससे 450 सदस्यों वाली संसद में उनकी कम से कम 343 सीटें पक्की हो गयी हैं। पिछली बार उसे 238 सीटें मिली थीं।पुतिन की पार्टी के पीछे दो अन्य राजनीतिक दल कम्युनिस्ट पार्टी और कट्टरपंथी राष्ट्रवादी विचारधारा वाली लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी हैं। इनको क्रमश: 13.5 और 13.2 फीसदी मत हासिल हुए हैं। जस्ट रशिया पार्टी को 6.2 फीसदी वोट मिले हैं।