सोमालियाई सुरक्षा बलों ने अपहृत भारतीय जहाज को समुद्री लुटेरों से छुड़ाने में सफलता हासिल कर ली है। हालांकि, लुटेरों ने चालक दल के नौ सदस्यों को बंधक बना लिया है। इस बात की जानकारी सोमालिया के अधिकारियों ने दी। इस महीने की शुरुआत में अल अल कौसर नाम के भारतीय जहाज को पिछले सप्ताह समुद्री लुटेरों ने बंधक बना लिया था।
बीते कई दिनों से सोमालिया के समुद्री लुटेरों द्वारा लूट के मामले सामने आ रहे हैं। गलमुडुग राज्य के वाइस प्रेसिडेंट मोहामेद हाशी अराबे मे न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि हमने लुटेरों के कब्जे में लिए भारतीय जहाज पर हमला किया और उसमें सवार लोगों को बचाया। लुटेरों ने 11 क्रू को बंधक बनाया था। हमने उनमें से 2 लोगों को बचाने में कामयाब रहे, लेकिन वह लोग 9 क्रू मेंबर्स को बंधक बनाकर ले गए।
लुटेरों से भारतीय चालक दल को छुड़ाने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा चेतावनी दी गई थी, लेकिन लुटेरों जब बंधकों को छोड़ने के लिए नहीं तैयार हुए तो सुरक्षा बलों कार्रवाई शुरू की। जिसके बाद वह एक बोट के फरार हो गए। वह अपने साथ भारतीय चालक दल के 9 सदस्यों को भी ले गए हैं। एक समुद्री लुटेरे ने समाचार एजेंसी से कहा कि वे चालक दल के सदस्यों का इस्तेमाल भारतीय जेलों में बंद 117 समुद्री लुटेरों को छड़वाने में करेंगे।
अप्रैल महीने की शुरुआत में सोमालिया के समुद्री लुटेरों ने इंडियन शिप सहित 11 भारतीयों को अगवा कर लिया है। जहाजरानी महानिदेशक मालिनी शंकर ने बताया था कि भारतीय ध्वज लगी नौका दुबई से यमन जा रही थी। इसी दौरान सोमालिया तट के पास लुटेरों ने उस पर कब्जा कर लिया। भारतीय नाविकों के संगठन एनयूएसआइ के महासचिव अब्दुल गनी सेरांग ने बताया कि अगवा सभी भारतीय नौका चालक दल के सदस्य हैं और मुंबई के मांडवी के रहने वाले हैं। इस नौका का नाम अल-कौसर बताया जा रहा है। नौका पर खाद्य पदार्थ लदा था।