G20 समिट जर्मनी के हैम्बर्ग में खत्म हो गई। खास बात ये है कि समिट के आखिरी दिन डोनाल्ड ट्रम्प खुद नरेंद्र मोदी से मिलने गए। दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक अकेले में बातचीत हुई। आतंकवाद के मसले पर भारत को इस समिट और ब्रिक्स देशों के बीच अहम कामयाबी मिली। चीन और भारत में भले ही तनाव हो लेकिन चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग ने इस मसले पर भारत के रुख की तारीफ की।
समिट के दौरान मोदी ने दुनिया के कई नेताओं से बाइलैटरल बातचीत की। मोदी शनिवार रात भारत के लिए रवाना हो गए।समिट के दूसरे और आखिरी दिन सेशन शुरू होने से पहले ट्रम्प ने मोदी की तरफ हाथ हिलाया और फिर खुद भारतीय पीएम के पास पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच अकेले में कुछ देर बातचीत हुई।
इसके बाद कुछ और लोग वहां पहुंचे। इनमें ट्रम्प की बेटी इवांका ट्रम्प भी थीं। नीति आयोग के वाइस चैयरमेन अरविंद पनगढ़िया ने मोदी-ट्रम्प की फोटो ट्वीट कीं।भारत ने शनिवार को कहा कि उसे G20 समिट के दौरान आतंकवाद के मामले पर अहम कामयाबी मिली। मोदी ने यूरोपीय यूनियन के कई नेताओं से मुलाकात की।
पनगढ़िया ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा- टेरेरिज्म के साथ ही, ट्रेड, इन्वेस्टमेंट और क्लाइमेट चेंज पर भी बातचीत हुई।फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन गोपाल बागले ने कहा- ईयू और जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल से बातचीत के दौरान काउंटर टेरेरिज्म पर अहम बातचीत हुई। पीएम ने इस दौरान ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी में हुए आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सभी देशों को एक साथ आना होगा।
मोदी ने ज्युडिशियल और इंटेलीजेंस शेयरिंग पर भी जोर दिया।बता दें कि जी 20 समिट के पहले दिन पीएम ने साफ तौर पर कहा था कि लश्कर हो या जैश या फिर आईएस या अल कायदा, इनके नाम तो अलग हो सकते हैं लेकिन आईडियोलॉजी एक है। मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ 11 प्वॉइंट का एक एजेंडा भी पेश किया था।