भयंकर बाढ़ और मिट्टी धंसने जैसी घटनाओं का सामना कर रहे पेरू में 72 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां लगातार भारी बारिश हो रही है और नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। प्रशासन ने बताया कि इससे देश का आधे से ज्यादा हिस्सा प्रभावित है। पेरू के उत्तरी तट पर भारी तूफानी हवाओं के टकराने के बाद यहां भारी बारिश हो रही है।
इससे अस्पतालों में पानी भर गया है और कुछ गांव अलग-थलग पड़ गए हैं। प्रशांत महासागर की सतह का पानी गर्म होने की वजह से तूफान आ रहा है और ऐसी आशंका है कि आने वाले दो सप्ताह तक यह स्थिति बनी रहेगी।
पेरू की सरकार ने कहा है कि इसी तरह की स्थिति का सामना 1998 में भी करना पड़ा था। उस दौरान 374 लोगों की मौत हो गई थी। पेरू के प्रधानमंत्री फर्नान्डो जवाला ने शनिवार (18 मार्च) को मृतकों की संख्या की नवीनतम जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 72 लोगों की मौत बाढ़ से हो चुकी है।