विक्टर यानुकोविच ने यूक्रेन में हिंसक प्रदर्शनों के दौरान उनका जीवन बचाने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का शुक्रिया अदा किया है। इस हिंसक प्रदर्शन के कारण यानुकोविच को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था।यानुकोविच फिलहाल रूस में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं। उन्होंने बीबीसी को बताया कि एक दिन वह यूक्रेन जरूर लौटना चाहेंगे और उन्होंने देश के प्रदर्शनकारियों पर दोषारोपण किया जिन्होंने कीव के मैदान स्क्वायर पर कब्जा कर रखा है। यही वह जगह थी जहां से यानुकोविच के शासन के खिलाफ बगावत शुरू हुई थी।
महीनों चले हिंसक प्रदर्शन में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई और आखिरकार यूक्रेन के राष्ट्रपति को सत्ता से हटना पड़ा। 23 फरवरी, 2014 को यानुकोविच रूसी सैनिकों की मदद से रूस फरार हो गए।बीबीसी पर सोमवार को प्रसारित न्यूजनाइट में दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा, तथ्य यही है कि व्लादिमीर पुतिन ने अपने खुद के विशेष बलों की अनुशंसा पर ऐसा फैसला लिया और वह उनका अधिकार था तथा उनका काम।