नाइजर में मोटरसाइकिल सवार बंदूकधारियों ने कम से कम 58 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. यह हमला उस समय किया गया जब स्थानीय लोगों का काफिला साप्ताहिक बाजार से लौट रहा था. हमलावरों ने खूनी खेल खेलने के बाद खाने के भंडार को भी आग के हवाले कर दिया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हमला तिलाबेरी क्षेत्र में हुआ, जो माली और बुर्किना फासो बॉर्डर के पास है.
सरकार ने हमले की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक पशु बाजार से अपने घर लौट रहे थे. अभी तक किसी भी संगठन ने इस नरसंहार की जिम्मेदारी नहीं ली है. हालांकि, माना जा रहा है कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े आतंकियों ने इस वारदात को अंजाम दिया होगा, क्योंकि वो तिलाबेरी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सक्रिय हैं.
हमलावरों ने 58 लोगों की हत्या करने के बाद अन्न के भंडार को भी आग के हवाले कर दिया.सरकारी प्रवक्ता अब्दुर्रहमान जकारिया ने नाइजर राज्य टेलीविजन पर हमले की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है.
इस हमले ने नाइजर के नए राष्ट्रपति मोहम्मद बाजौम के सामने भारी सुरक्षा चुनौतियां पेश कर दी हैं, जिन्होंने पिछले महीने ही राष्ट्रपति का चुनाव जीता था. विश्लेषकों का कहना है कि तिलाबेरी क्षेत्र में न केवल जिहादी सक्रिय हैं, बल्कि उनके खिलाफ आतंकवाद विरोधी अपराधों ने जातीय आतंकवादियों को जन्म देने में मदद की है.
हमले ने जनवरी में हुए उस नरसंहार की याद दिला दी, जिसमें दो गांवों के कम से कम 100 लोगों की मौत हुई थी. ये दोनों गांव भी तिलाबेरी क्षेत्र में ही थे. उस हमले की जिम्मेदारी भी किसी ने नहीं ली थी. चरमपंथी तिलाबेरी क्षेत्र में नाइजर की सेना को कई बार निशाना बना चुके हैं.
दिसंबर 2019 में हुए हमले में 70 से अधिक और जनवरी 2020 के हमले में 89 के आसपास सैनिक मारे गए मारे गए थे. यह क्षेत्र उस इलाके के नजदीक है, जहां पांच नाइजीरियाई सैनिकों के साथ अमेरिका के चार जवान शहीद हुए थे.