भारतीय मूल के डेनियल मुखी ऑस्ट्रेलिया के किसी सदन में गीता पर हाथ रखकर शपथ ग्रहण करने वाले आज पहले राजनेता बन जाएंगे। मुखी को लेबर पार्टी ने न्यूसाउथ वेल्स के ऊपरी सदन में स्टीव व्हान के स्थान पर चुना गया है।
उन्होंने कहा, यह बहुत सम्मान की बात है और मुझे इस बात की खुशी है कि मैं गीता पर हाथ रखकर निष्ठा की शपथ लेने वाला पहला ऑस्ट्रेलियाई राजनेता बनने जा रहा हूं।
मुखी ने कहा कि गीता, बाइबल और कुरान की तरह विश्व के महान धार्मिक ग्रंथों में से एक है। उन्होंने कहा कि वह इस मुकाम पर इसलिए पहुंचे हैं क्योंकि ऑस्ट्रेलिया उनके माता पिता जैसे लोगों के योगदान का स्वागत करता है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि वह एनएसडब्ल्यू के ऊपरी सदन में मजबूती से अपनी बात रखेंगे और लोगों की भलाई के लिए काम करेंगे।
मुखी के माता-पिता 1973 में पंजाब से ऑस्ट्रेलिया आए थे।
ब्लैकटाउन में जन्मे मुखी के पास यूनिवर्सिटी की तीन डिग्रियां हैं और वह इस समय संघों, चैरिटी और सामुदायिक समूहों के सलाहकार के तौर पर काम कर रहे हैं।