पॉलिटिकल पार्टी फाइव स्टार मूवमेंट ने लुइगी डी मायो को बनाया अपना पीएम कैंडिडेट

इटली में अगले साल प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव होंगे। पॉलिटिकल पार्टी फाइव स्टार मूवमेंट ने लुइगी डी मायो को अपना पीएम कैंडिडेट बनाया है। पार्टी के 37 हजार वर्कर्स में से करीब 31 हजार लोगों ने मायो को पीएम पद का कैंडिडेट बनाने के पक्ष में वोट दिया। ऑनलाइन वोटिंग में करीब 1.5 लाख लोगों ने उनके पक्ष में वोट दिए। न्यूज एजेंसी के मुताबिक आठ कैंडिडेट्स के नाम पर वोटिंग कराई गई थी।

31 साल के डी मायो वेटर, लेबर और ग्राउंडमैन के तौर पर काम कर चुके हैं। सादगी और जल्दी ही लोगों के बीच घुलमिल जाने की स्किल के चलते मायो को लोगों का जबर्दस्त सपोर्ट मिलता दिख रहा है। ऐसे में फाइव स्टार मूवमेंट के भी हौसले बुलंद हैं।रोम की लुइस यूनिवर्सिटी के पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर जियोवनी ओरसिना का कहना है डी मायो युवा हैं, शांत हैं और जिम्मेदार हैं। उनकी ये इमेज लोगों को पसंद आ रही है।

मायो बहुत ही साधारण परिवार से आते हैं। इस वजह से आम लोग उनसे आसानी से जुड़ रहे हैं। अब तक जो वोटर फाइव स्टार से दूर थे, वो भी अब डी मायो के नाम की वजह से उनके साथ आ रहे हैं।मायो की पार्टी फाइव स्टार मूवमेंट का एजेंडा एंटी-स्टेब्लिशमेंट रहा है। 2009 में बनी इस पार्टी ने महज 8 साल में खुद को इटली की प्रमुख पार्टी के तौर पर स्थापित कर लिया है। पार्टी की ताकत सरकार की खराब नीतियों के खिलाफ आक्रामक प्रचार अभियान रहा है। इस बीच डी मायो पार्टी के मजबूत नेता बनकर उभरे हैं।

चुनाव से पहले के रुझानों में भी डी मायो की स्थिति अच्छी है। डी मायो की बढ़ती पॉपुलैरिटी को देखते हुए पार्टी ने उन्हें इस बार पीएम कैंडिडेट बनाने का फैसला किया। फाइव स्टार मूवमेंट की कमान बेपे ग्रिलो के हाथ में है, जो इटली के मशहूर कॉमेडियन हैं।ग्रिलो ने सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाकर पार्टी तैयार की, लेकिन उसको असली पॉपुलैरिटी डी मायो ने ही दिलाई।

मायो ने इटली की कानून व्यवस्था और अवैध अप्रवास (Illegal immigration) के मुद्दे को उठाया। इन्हीं के दम पर पार्टी को चुनाव के लिए जनता का सपोर्ट मिला।इटली में ही 1986 में पैदा हुए डी मायो ने शुरुआती दिनों में पढ़ाई के साथ वेटर, लेबर और एक फुटबॉल क्लब के लिए ग्राउंडमैन तक का काम किया। पिछले पांच साल से डी मायो लगातार हायर एजुकेशन और पॉलिटिक्स में एक्टिव हैं।

फिलहाल डी मायो नेपल्स यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई कर रहे हैं। डी मायो का संघर्षपूर्ण अतीत, सरल स्वभाव और उच्च शिक्षा की वजह से पनपा अच्छा कम्युनिकेशन स्किल आम लोगों को खासा पसंद आया और आखिरकार वो प्राइमरी इलेक्शन जीतकर फाइव स्टार की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार बने।

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