अमेरिकी नौसेना के स्ट्राइक ग्रुप के कोरियाई प्रायद्वीप की तरफ बढ़ने की खबरों के बीच चीन ने कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने की अपील की। चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ टेलीफोन पर उत्तर कोरिया तथा सीरिया के हालात पर चर्चा की।
बयान के मुताबिक, शी ने दोहराया कि चीन परमाणु हथियार मुक्त कोरियाई प्रायद्वीप चाहता है और शांति तथा स्थिरता का आह्वान करता है।बयान में शी ने कहा चीन मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीकों से निबटाने की वकालत करता है और कोरियाई प्रायद्वीप मुद्दे पर अमेरिका के साथ बातचीत तथा समन्वय बरकरार रखने को इच्छुक है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने बार-बार चीन से कहा है कि वह अपने बिगड़ैल पड़ोसी पर लगाम लगाने के लिए अधिक से अधिक कदम उठाए।उत्तर कोरिया द्वारा पिछले सप्ताह एक मिसाइल प्रक्षेपण के बाद अमेरिका ने अपने विमानवाहक पोत यूएसएस कार्ल विंसन को कोरियाई प्रायद्वीप की तरफ रवाना कर दिया, जिसपर उत्तर कोरिया ने अमेरिका को युद्ध की धमकी दी है।
एक विश्लेषक ने उत्तर कोरिया पर शी तथा ट्रंप के बीच बातचीत को चीन-अमेरिका संबंधों का नया दौर करार दिया है।सिंगापुर के इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्टडीज में वरिष्ठ फेलो अलेक्जेंडर नील ने कहा मुझे लगता है कि इस बिंदु पर अमेरिका तथा चीन का साझा हित अहम हो रहा है।
उन्होंने कहा चीन को उत्तर कोरिया के साथ व्यापार को कम करने के लिए तैयार रहना पड़ सकता है.वे किम जोंग-उन पर लगाम लगाना चाहते हैं।ट्रंप द्वारा उत्तर कोरिया को लेकर अपना गुस्सा ट्विटर पर जाहिर करने के बाद दोनों देशों के बीच टेलीफोन पर बातचीत सामने आई है।उन्होंने ट्वीट किया चीन के राष्ट्रपति से मैं कहना चाहता हूं कि अगर चीन उत्तर कोरिया समस्या को सुलझाता है, तो अमेरिका के साथ उसके संबंध बेहतर होंगे।
उन्होंने दूसरा ट्वीट किया उत्तर कोरिया परेशानी को न्योता दे रहा है। अगर चीन मदद करने का फैसला करता है, तो बेहतर होगा। अगर नहीं, तो हम उसके बिना ही समस्या से निपट लेंगे! अमेरिका।दोनों नेताओं ने फ्लोरिडा के मार-ए-लागो में पिछले सप्ताह पहली मुलाकात की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप-शी की बैठक के मद्देनजर अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा था कि चीन समझ चुका है कि उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम कितना भयावह रूप ले चुका है और इस बात से सहमत है कि इसे रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।
वहीं शी ने सीरिया मुद्दे पर कहा कि रासायनिक हथियारों का किसी भी तरह का इस्तेमाल अस्वीकार्य है और मुद्दे के समाधान के लिए राजनीतिक तरीका अपनाया जाना चाहिए।उन्होंने उम्मीद जताई कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद एक स्वर में बोलेगी, क्योंकि मुद्दे पर एकजुट रहना वैश्विक संस्था के लिए जरूरी है।