वियतनाम ने विवादित दक्षिण चीन सागर में उसकी सार्वभौमिकता का उल्लंघन करने वाली गतिविधियां जारी रखने का आरोप चीन पर लगाते हुए उम्मीद जतायी है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी आगामी चीन यात्रा के दौरान वहां के नेतृत्व से बातचीत में समुद्री सुरक्षा का मुद्दा उठायेंगे।
विदेश सूचना निदेशालय के महानिदेशक ली वान नेम ने वियतनाम की यात्रा पर आए भारतीय पत्रकारों के एक समूह से कहा, ‘चीन की स्पार्टली में गतिविधियां क्षेत्र में हमारी सार्वभौमिकता का उल्लंघन है।’ उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच अच्छे रिश्ते रहे हैं और चीन ने जब कभी भी वियतनाम की सार्वभौमिकता का उल्लंघन किया है , खासकर रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्पार्टली में , नई दिल्ली ने हमेशा हनोई का समर्थन किया है।
मोदी की 14 से 16 मई तक चीन की यात्रा के बारे में पूछे जाने पर नेम ने कहा, ‘हम नहीं जानते कि जब मोदी और उनके चीनी समकक्ष के बीच बातचीत होगी तो क्षेत्र ‘दक्षिणपूर्व एशिया’ की समुद्री सुरक्षा का मुद्दा उठेगा अथवा नहीं। लेकिन अगर भारत चीन के साथ उसका दृष्टिकोण रखता है तो यह नई दिल्ली और वियतनाम दोनों के लिए लाभदायक होगा।’ चीन दावा करता है कि लगभग समूचा दक्षिण चीन सागर उसका हिस्सा है जिसका वियतनाम , फिलीपीन , मलेशिया , बु्रनई और ताइवान विरोध करते हैं.