13 साल से सत्ता में बनी राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगान की जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी (एकेपी) को तगड़ा झटका लगा है। वहीं, कुर्द समर्थक पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचडीपी) को पहली बार उल्लेखनीय सफलता मिली है। 550 सीटों वाली संसद में बहुमत के लिए 276 सीटों की जरूरत होती है। 41 फीसद वोटों के साथ एकेपी को 258 सीटें मिली हैं। एचडीपी को 13 प्रतिशत वोट के साथ 79 सीटें मिली हैं। वह चौथी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
विपक्षी रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (सीएचपी) को 25 फीसद और नेशनल मूवमेंट पार्टी (एमएचपी) को 16.5 फीसद वोट मिले हैं। तुर्की की संसद में सीट हासिल करने के लिए चुनाव में कम से कम 10 प्रतिशत वोट पाना जरूरी होता है। मौजूदा स्थिति में गठबंधन सरकार या अल्पमत सरकार ही बन सकती है।