अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट कर तालिबान के आईएसआईएस के साथ संबंधों का दावा किया और काबुल हमलों में दोनों की मिलीभगत की ओर इशारा किया. उन्होंने कहा हमारे पास मौजूद हर सबूत से पता चलता है कि IS-K की जड़ें तालिब और हक्कानी नेटवर्क में हैं, जो खासकर काबुल में सक्रिय हैं.
तालिबान ने आईएसआईएस के साथ अपने रिश्ते को खारिज कर दिया है. ठीक वैसे ही जैसे उन्होंने क्वेटा शूरा पर पाक के लिंक से इनकार कर दिया था. अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने काबुल एयरपोर्ट के पास हुए हमले में 13 यूएस कमांडो के मारे जाने की पुष्टि की है और कहा है कि हमारे सैनिकों ने हजारों लोगों की जान बचाते हुए बलिदान दिया है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा काबुल में एक आतंकी हमले में अमेरिकी सेना के 13 सदस्यों की मौत हो गई. हजारों लोगों की जान बचाते हुए इन साहसी सैनिकों की मौत हुई, वे हीरो हैं. अगले ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘डगलस एमहॉफ और मैं उन अमेरिकियों के लिए शोक व्यक्त करते हैं, जिन्हें हमने खो दिया.
हम हमले में घायल हुए अमेरिकियों के लिए प्रार्थना करते हैं. हमें मारे गए और घायल हुए अफगान नागरिकों के लिए भी दुख है. काबुल एयरपोर्ट पर हुए सीरियल बम ब्लास्ट में मारे गए अमेरिकी सैनिकों की मौत पर अमेरिका ने शोक जताया है और व्हाइट हाउस में अपना झंडा झुका दिया है.
प्रेस सेक्रेटरी ने जानकारी देते हुए बताया कि अमेरिकी झंडे को 30 अगस्त तक झुकाकर रखा जाएगा. काबुल एयरपोर्ट पर हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमले के लिए जिम्मेदार इस्लामिक स्टेट को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है.
अपने सैनिकों और आम अफगानियों की मौत पर भावुक हुए बाइडेन ने कहा कि आईएसआईएस को इसकी कीमत चुकानी होगी. हम इस जख्म को भूलेंगे नहीं. हम एक-एक आतंकी को खोजकर मौत के घाट उतारेंगे.
अफगानिस्तान में गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के पास आत्मघाती हमलों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर है.
हमले में 13 अमेरिकी नौसैनिक मारे गए हैं, जबकि 18 घायल हुए हैं. एक अफगान अधिकारी ने दावा किया है कि हवाई अड्डे पर हुए हमले में कम से कम 60 अफगानी मारे गए हैं और करीब 143 अन्य घायल हुए हैं.