भारत द्वारा नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी शिविरों पर किये गए लक्षित हमले की पृष्ठभूमि में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज कहा कि भारत अहिंसा और शांति में विश्वास करता है लेकिन देश की सुरक्षा के हित में अपनी शक्ति दिखाने में वह कभी नहीं चूकेगा।
लोकसभा अध्यक्ष ने दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्यून हे से मुलाकात के दौरान उन्हें पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को प्रश्रय दिये जाने पर भारत की ओर से की गई कड़ी कार्रवाई की जानकारी दी।
लोकसभा सचिवालय की विज्ञप्ति के अनुसार, दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के रवैये का खुलकर समर्थन किया ।सुमित्रा महाजन ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बातचीत के विभिन्न मुद्दों पर सार्थक चर्चा हुई, साथ ही आपसी संबंधों को और प्रगाढ बनाने पर जोर दिया।
अध्यक्ष ने दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति को बताया कि किस तरह से पाकिस्तान अपनी जमीन का इस्तेमाल लगातार आतंकी गतिविधियों के लिए कर रहा है। उन्होंने कहा भारत अहिंसा और शांति में विश्वास करता है लेकिन देश की सुरक्षा के हित में अपनी शक्ति दिखाने में वह कभी नहीं चूकेगा।
सुमित्रा महाजन ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति भवन में हुई इस मुलाकात में उस देश की राष्ट्रपति पार्क से कहा कि भारत अहिंसा में विश्वास रखता है। इसमें कहा गया है कि दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति ने भारत के रूख का समर्थन करते हुए हर प्रकार के आतंकवाद की निंदा की। उन्होंने कहा कि भारत और दक्षिण कोरिया आतंकवाद के खिलाफ साथ खड़े हैं।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पिछले साल मई में दक्षिण कोरिया की यात्रा के दौरान हुए रणनीतिक गठजोड़ के मुद्दे पर प्रगति के बारे में भी दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष के बीच चर्चा हुई।
आर्थिक विषयों सहित अन्य मुद्दों को लेकर दोनों नेताओं के बीच बातचीत के दौरान यह बात सामने आई कि दक्षिण कोरिया और भारत विकास के लिए नैसर्गिक सहयोगी हैं।दोनों नेताओं के बीच उत्तर पूर्व एशिया के सुरक्षा संबंधी मामलों पर भी चर्चा हुई। इस दौरान दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ने उत्तर कोरिया द्वारा लगातार विकसित किये जा रहे परमाणु मिसाइल प्रौद्योगिकी पर चिंता व्यक्त की।