दक्षिण चीन सागर का विवाद शांत हो गया है और वह इस क्षेत्र में मुश्किल से हासिल हुई स्थिरता में बाहरी ताकतों को फिर से खलल पैदा करने नहीं देगा। विदेश मंत्री वांग यी ने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कोरियाई प्रायद्वीप में संकट और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव के बाद अमेरिका के साथ चीन के संबंधों समेत कई मुद्दों पर बात की।
दक्षिण चीन सागर विवाद के बारे में वांग ने कहा कि यह मुद्दा शांत हो गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि चीन इस क्षेत्र की स्थिरता में फिर से खलल पैदा होने नहीं देगा।ट्रंप प्रशासन के विवादित क्षेत्र में विमान वाहक पोत तैनात करने पर वांग ने कहा चीन कभी इस बात की अनुमति नहीं देगा कि दक्षिण चीन सागर में मुश्किल से हासिल हुई स्थिरता में कोई खलल पैदा करे या उसे कम करने की कोशिश करे।
गत वर्ष चीन ने अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल के फैसले के असर से बचने के लिए एक बड़ा अभियान छेड़ा था।अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल ने फिलिपीन की याचिका के जवाब में दक्षिण चीन सागर के तकरीबन सभी हिस्सों पर बीजिंग के दावे को खारिज कर दिया था लेकिन फिलिपीन के राष्ट्रपति के रूप में रोड्रिगो ड्यूटर्टे के चुनाव के बाद स्थिति बीजिंग के पक्ष में चली गयी।
उन्होंने यू टर्न लेते हुये चीन के भारी निवेश के बदले में इस विवाद को सुलझाने पर सहमति जतायी। विदेश मंत्री ने कहा फिलिपीन ने सद्भावना का हाथ बढ़ाया है तो चीन जाहिर तौर पर सहयोग के खुले हाथों से इसका स्वागत करेगा। चीन और फिलिपीन संबंधों में सुधार कर रहे हैं। द्विपक्षीय सहयोग की संभावना तेजी से बढ़ रही है।
चीन ने कोरियाई प्रायद्वीप पर बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका-दक्षिण कोरिया संयुक्त सैन्य अभ्यास पर रोक लगाने के लिए उत्तर कोरिया से अपनी परमाणु और मिसाइल गतिविधियों को निलंबित करने की अपील की है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कोरियाई प्रायद्वीप पर मंडरा रहे संकट को कम करने के लिए चीन का प्रस्ताव है कि पहले उत्तर कोरिया अपने परमाणु और मिसाइल गतिविधियों को निलंबित करे और बदले में अमेरिका-दक्षिण कोरिया अपने सैनिक अभ्यास पर रोक लगाए।
वांग ने चीन की सालाना संसद सत्र से इतर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा दोनों ही पक्ष तेज गति से एक दूसरे के नजदीक आती ऐसी ट्रेनों की तरह हैं, जो एक दूसरे को रास्ता देने के लिए तैयार नहीं हैं। सवाल यह है कि क्या दोनों ही पक्ष टकराव के लिए तैयार हैं? हमारी प्राथमिकता अभी रेड लाइट दिखाना और दोनों ही ट्रेनों पर ब्रेक लगाना है।