उत्तर कोरिया ने कहा कि चाहे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय उस पर कितने ही प्रतिबंध लगा दें, वह अपना परमाणु कार्यक्रम जारी रखेगा। समाचार एजेंसी एफे न्यूज के मुताबिक, उसने तनाव बढ़ाने और परमाणु खतरे के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया। उत्तर कोरिया की सरकारी एजेंसी केसीएनए ने मंगलवार देर शाम देश के विदेश मंत्रालय की ओर से बयान जारी किया।
बयान में कहा गया अमेरिका अगर सोचता है कि वह टेबल पर मौजूद सभी विकल्पों के बारे में बात करके और कड़े प्रतिबंध लागू करके व दबाव बनाकर उत्तर कोरिया को डरा सकता है, तो वह बहुत बड़ी भूल कर रहा है। व्यक्तव्य में सोमवार को हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक और उसकी सद्भावना दूत निक्की हेली के उस अनुरोध का भी जिक्र किया गया, जिसमें उन्होंने उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़े प्रतिबंधों वाले नए प्रस्ताव का अपनाने का आग्रह किया है।
नए प्रतिबंधों के बारे में उत्तर कोरिया ने कहा कि वह इन कड़े प्रतिबंधों और दबाव का जवाब अमेरिका को आक्रामक रुख से देगा और सभी भयावह परिणामों के लिए वह (अमेरिका) जिम्मेदार होगा। उत्तर कोरिया ने रविवार को किए गए हाइड्रोजन बम के परीक्षण को लेकर कहा कि किसी को भी इस परीक्षण को लेकर बतंगड़ बनाने का अधिकार नहीं है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने मंगलवार को उत्तरी कोरिया के खिलाफ और अधिक कड़े प्रतिबंधों को लगाए जाने का विरोध किया। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नौवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद पुतिन ने संवाददाताओं से कहा, “इस स्थिति में महज किसी भी प्रतिबंध का सहारा लेना बेकार और निष्प्रभावी होगा।” उन्होंने कहा कि यह सब एक वैश्विक तबाही और पीड़ितों की एक बड़ी संख्या का कारण बन सकता है।