जाकिर नाइक बांग्लादेश के ढाका में आतंकी हमले के बाद विवादों में आ गए हैं.हमले को अंजाम देने वाले पांच आतंकियों में से एक जाकिर नाइक को फॉलो करता था. उनके भाषण की जांच कर रही है.इस मामले पर गृहराज्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा, मैं इस पर कोर्इ टिप्पणी नहीं करूंगा. इस मामले में जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं और सबकुछ कानून के अनुसार होगा
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय जांच एजेंसी जाकिर नाइक पर शिकंजा कस सकती है. एनआईए ने अपने गुप्तचरों से नाइक पर जानकारी जुटाने को कहा है. इस सामग्री की जांच कर एनआईए इस बात को पक्का करेगी कि क्या नाइक के खिलाफ मामला चलाया जा सकता है या नहीं ?एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के हवाले से एक अंग्रेजी अखबार ने खबर छापी है कि एनआइए नाइक की एक्टिविटी की जांच कर रही है, कहीं उनका किसी आतंकी संगठन से संबंध तो नहीं या उनका भाषण किसी आतंकी हमले के लिए प्रेरित तो नहीं कर रहा है.
बांग्लादेश में हमला करने वाले आतंकियों के प्रेरणास्त्रोत के रूप में नाम सामने आने के बाद खुद भारतीय मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाइक को सामने आकर सफाई देनी पड़ी है. नाइक ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) को गैर इस्लामी संगठन बताया है.नाइक ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट नाम से उन्हें बुलाकर हम लोग इस्लाम के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं और उसकी निंदा कर रहे हैं.
आईएसआईएस के आतंकी इस्लाम के खिलाफ काम करने वाले लोग हैं जो निर्दोष विदेशियों की जान ले रहे हैं. आईएसआईएस का यह नाम इस्लाम के दुश्मनों ने दिया है.सोशल मीडिया के संबंध में जाकिर ने बताया कि फेसबुक पर उन्हें फॉलो करने वाले सबसे ज्यादा लोग बांग्लादेशी ही है. उन्होंने दावा किया है कि 90 प्रतिशत बांग्लादेशी उनसे प्रभावित है और उन्हें पहचानते हैं. इनमें मुख्य रूप से नेता, समाजसेवी, आम जनता, छात्र सभी शामिल हैं.