म्यांमार की नेता डॉ. आंग सान सू ची 16 अक्तूबर को अपने पहले दौरे पर चार दिन के लिए भारत पहुंचेंगी। इस दौरान वह गोवा में ब्रिक्स-बिम्सटेक आउटरीच सम्मेलन में शामिल होंगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रमुख द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगी।विदेश मंत्रालय ने आज उनकी यात्रा की घोषणा करते हुए कहा कि मोदी के निमंत्रण पर सू ची 17 से 19 अक्तूबर तक भारत की राजकीय यात्रा पर होंगी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि 16 अक्तूबर को गोवा में आयोजित होने वाले ब्रिक्स-बिम्सटेक आउटरीच सम्मेलन के समापन के तत्काल बाद वह राजकीय यात्रा पर होंगी। वह म्यांमार के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी।सू ची की नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी ने पांच दशकों के सैन्य शासन को समाप्त करते हुए इस साल मार्च में सत्ता हासिल की थी। वह देश की विदेश मंत्री हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा स्टेट काउंसलर की यात्रा दोनों पक्षों को आपसी हित के मुद्दों पर बात करने का तथा दोनों देशों के बीच मौजूदा करीबी दोस्ताना संबंधों को और मजबूत करने के रास्ते तलाशने का अवसर प्रदान करेगी। सू ची के साथ कई प्रमुख मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी होंगे।सूत्रों के अनुसार द्विपक्षीय बैठक में सीमा प्रबंधन पर और भारत-म्यांमार सीमा पर उग्रवादी गतिविधियों को रोकने के तरीकों पर बातचीत हो सकती है। दोनों पक्ष व्यापारिक संबंध मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा कर सकते हैं।
इससे पहले अगस्त में म्यांमार के राष्ट्रपति यू तिन क्याव ने भारत का दौरा किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विस्तृत बातचीत की थी। म्यांमार ने भारत को आश्वस्त किया था कि वह किसी उग्रवादी समूह को भारत के खिलाफ अपने क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करने देगा। स्टेट काउंसिलर सू ची अपनी यात्रा में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात करेंगी।