प्रतिनिधिमंडल स्तर के बातचीत के बाद भारत और दक्षिण कोरिया के बीच सोमवार को कई अहम समझाैतों पर हस्ताक्षर हुए। इसके बाद दोनों देशों ने साझा बयान जारी किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं दक्षिण कोरिया के विकास से प्रभावित हूं। हमने फैसला किया है कि हम रक्षा क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि द कोरिया रक्षा तकनीक में भारत की मदद करेगा। मोदी ने कहा कि कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ने मेक इन इंडिया में भी सहयोग का भरोसा दिया है। उन्हाेंने कहा कि मैं कोरियाई कंपनियों को भारत आने का न्यौता देता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम कोरियाई निवेश के लिए एक चैनल स्थापति करेंगे ताकि निवेश में कोई बाधा उत्पन्न न हो। पीएम ने कहा कि राष्ट्रपति पार्क ग्युन हुई से आपसी सहयोग के मुद्दों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मसलों पर भी द्विपक्षीय बातचीत हुई है। उन्हाेंने कहा कि हमारे बीच राष्ट्रीय सुरक्षा काउंसिल की लगातार बातचीत पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि हमने द्विपक्षीय संबंधों को विशेष रणनीतिक साझेदार के स्तर पर ले जाने का फैसला किया है। मोदी ने कहा कि मूल्यों के आधार पर दो प्रमुख एशियाई देशों के बीच हमने संबंधों की नई नींव रखी है।
हम आगे मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत, दक्षिण कोरिया ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को ‘विशेष सामरिक गठजोड़’ के स्तर तक ले जाने पर सहमति व्यक्त की है। इसके साथ ही मोदी ने ये भी कहा कि ‘कोरिया प्लस’ नाम से एक तंत्र स्थापित करेंगे जो भारत में उन्हें निवेश और परिचालन संबंधी सुविधा प्रदान करेगा।