भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रालय और इस्राइल के शिक्षण संस्थानों के बीच इस समझौता ज्ञापन पर इस्राइल के राष्ट्रपति रूवेन रेवलिन की भारत की यात्रा के दौरान दस्तखत होने हैं. इस्राइल के राष्ट्रपति सोमवार से भारत की यात्रा पर हैं.भारत में इस्राइल के राजदूत डेनियल कारमोन ने बताया कि हिब्रू विश्वविद्यालय, तेलअबीब विश्वविद्यालय, टेक्निओन विश्वविद्यालय और बोर्शिना विश्वविद्यालय के साथ भारत के कई उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच इस समझौता ज्ञापन पर दस्तखत होंगे.
इसके आलवा कई अन्य विश्वविद्यालय भी इस मुहिम का हिस्सा होंगे. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि भी की है. मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार भारत ने इस्राइल के साथ कृषि, सिंचाई, वाटर ट्रीटमेंट और खारे पानी को मीठे पानी में बदलने समेत तमाम क्षेत्रों मे इस्राइल की सरकार के साथ समझौते के माध्यम से मदद चाहता है. लेकिन 17 नवम्बर को होने वाले समझौते में शोध और दोनों देशों के उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्रों को एक दूसरे देश भेजा जाएगा.
मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इस मामले में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के विभिन्न विभाग जैसे कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का भी बड़ी भूमिका होगी.सूत्रों के अनुसार दोनों देशों के इन उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच जो समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने हैं उसमें विशेष बात यह होगी कि इस मौके पर इस शिक्षण संस्थानों के कुलपति भी मौजूद रहेंगे. इस ज्ञापन के माध्यम से दोनों देशों के उच्च शिक्षण संस्थानों के कुलपतियों की मौजूदगी में इस तरह के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होंगे.