अमेरिकी ड्रोन हमले में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) का शीर्ष हैकिंग विशेषज्ञ मारा गया। अमेरिकी रक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया कि सीरिया के राक्का के पास मंगलवार को हमले में ब्रिटिश हैकर जुनैद हुसैन मारा गया। 2013 में सीरिया आए बर्मिंघम निवासी हुसैन को ‘साइबर खलीफा’ कहा जाता था। वह आइएस के इस हैकिंग समूह का नेता था। उसने जनवरी में पेंटागन का ट्विटर एकाउंट हैक कर लिया था। बताया जाता है कि अमेरिकी सैन्यकर्मियों की फोटो और पते वाली हिट लिस्ट जारी करने में वह शामिल था।
अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि जुनैद के मारे जाने की उनके पास उच्च स्तर की सूचना है। एक वाहन में जा रहे जुनैद को लक्ष्य कर ड्रोन हमला किया गया। हालांकि दो ट्विटर एकाउंट में उसकी पत्नी के हवाले से कहा गया है कि वह जिंदा है। दस दिनों के अंदर आइएस के दो शीर्ष व्यक्ति को अमेरिकी विमान हमले में मार गिराया गया। इससे पहले 18 अगस्त को आइएस का दूसरे नंबर के कमांडर हाजी मुताज मारा गया था। इराक के अनबार प्रांत में गुरुवार को आइएस के आत्मघाती बम विस्फोट में दो इराकी वरिष्ठ सैनिक अधिकारियों की मौत हो गई।
इराकी सैनिक प्रवक्ता ने बताया कि रामादी में विस्फोटक से भरे वाहन को सेना की टुकड़ी के सामने उड़ा दिया गया। इसमें एक मेजर जनरल, एक ब्रिगेडियर जनरल समेत तीन सैनिक मारे गए और 10 अन्य सैनिक घायल हो गए। आइएस ने उत्तरी सीरिया में तुर्की सीमा के पास नए इलाकों पर कब्जा जमा लिया है। उसने सीरिया विद्रोहियों से पांच गांव छीन लिए। इनमें दो गांव तुर्की सीमा के पास हैं। इस क्षेत्र में तुर्की और अमेरिका आइएस के खिलाफ नया मोर्चा खोलने की योजना बना रहे हैं।