इंडोनेशिया में शक्तिशाली भूकंप के एक दिन बाद लोम्बोक में सक्रिय ज्वालामुखी पर हुए भूस्खलन से पहाड़ चढ़ रहे करीब 500 पैदल यात्री और उनके गाइड वहां फंस गए हैं. नेशनल पार्क के एक अधिकारी ने बताया कि माउंट रिन्जानी की ढलानों को साफ करने के लिए हेलीकॉप्टर और पैदल बचाव दल तैनात किए गए हैं.
रिन्जानी नेशनल पार्क के प्रमुख सुदियोना ने कहा अब भी वहां 560 लोग फंसे हैं. 500 लोग सेगारा अनाक इलाके में जबकि बातू केपर में 60 लोग फंसे हुए हैं. कल सुबह आए 6.4 की तीव्रता वाले भूकंप से यहां 16 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 100 इमारतें क्षतिग्रस्त हुई थीं.
इंडोनेशिया के लोकप्रिय पर्यटन स्थल लोम्बोक में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया जिससे कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई थी और 160 से ज्यादा लोग घायल हो गए. इस भूकंप में 1,000 से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त हो गए. भूकंप के झटके बाली द्वीप के निकट तक महसूस किए गए.
हालांकि इस पर्यटन स्थल पर क्षति या किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) ने बताया कि 6.4 तीव्रता के इस भूकंप का केंद्र सात किलोमीटर की गहराई में था. इंडोनेशिया के आपदा प्रबंधन एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व लोम्बोक जिला भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ.