चीन के विदेश मंत्री वांग यी तीन दिन की भारत यात्रा पर शुक्रवार को पहुंचे हैं और आज उन्हेंने ब्रिक्स आयोजन स्थल गोवा से अपनी यात्रा की शुरुआत की। चीनी विदेश मंत्री ने आज गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर से मुलाकात की।इस दौरान यी ने दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर मीडिया से कहा कि यह अब भारत के उपर निर्भर है कि इस मामले में क्या स्टैंड लेते हैं।
चीनी विदेश मंत्री 13 अगस्त को यहां विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर बात करेंगे। बातचीत में भारत की एनएसजी सदस्यता की कोशिश को चीन द्वारा बाधित किए जाने का मुद्दा भी उठ सकता है। गोवा में वह अक्तूबर में होने जा रहे आठवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन स्थल देखने भी जाएंगे।
यह पूछे जाने पर कि एक विदेशी मंत्री का अपने समकक्ष के साथ बातचीत किए बिना एक राज्य का दौरा करना क्या असामान्य प्रक्रिया है, विदेश विभाग के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि अगर कोई मंत्री उस जगह का दौरा करना चाहे जहां उनके राष्ट्रपति किसी कार्यक्रम में शिरकत करने आने वाले हैं तो इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वांग का यह दौरा चीनी सेना द्वारा उत्तराखंड के चमोली में वायु और थल सीमा का उल्लंघन करने के कुछ दिन बाद ही हो रहा है। यह पूछे जाने पर कि क्या भारत इस बैठक में उत्तराखंड में सीमा के उल्लंघन का मामला उठाएगा, स्वरूप ने कहा कि परस्पर हित के तमाम अन्तरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर बात की जाएगी। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने जोड़ा था कि रक्षा मंत्री इस संबंध में पहले ही बयान दे चुकी हैं और इस तरह की घटनाओं के लिए एक अलग प्रक्रिया है।