इजरायल ने गाजा में फिलिस्तीन आतंकी संगठन के ठिकानों पर हमला किया। इजरायल ने 5 सेकंड में 2 धमाके किए लेकिन अभी मृतकों की संख्या सामने नहीं आई है। बताया जा रहा है कि हमला उसी वक्त हुआ जब वॉशिंगटन में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच मुलाकात हुई।
इजरायली हमले को लेकर ट्रम्प ने कहा कि उन्हें आत्मरक्षा का हक है। इससे पहले सोमवार को फिलिस्तीन की तरफ से तेल अवीव में रॉकेट से हमला किया गया था, जिसमें 7 लोग जख्मी हो गए थे।जवाबी कार्रवाई के बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि इजरायल ने फिलिस्तीन के हमले का माकूल और बलपूर्वक जवाब दिया।
वहीं ट्रम्प ने कहा कि इजरायल को खुद की सुरक्षा करने का हक है। नेतन्याहू ने कहा कि वह ट्रम्प से मुलाकात के बाद देश लौटेंगे। उन्होंने प्रो-इजरायल लॉबी एआईपीएसी की सालाना कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने का कार्यक्रम रद्द कर दिया है।
गाजा के सुरक्षा बलों के मुताबिक- इजरायल की तरफ से हमला कई जगहों पर हुआ। गाजा शहर में एक बिल्डिंग पूरी तरह से तबाह हो गई। इजरायल का आरोप है कि वह हमास का सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस का खुफिया मुख्यालय था।
गाजा के लोगों का कहना है कि बिल्डिंग हमास से जुड़ी मुल्तसिम इंश्योरेंस कंपनी की थीहमास के सरगना इस्माइल हानिया के मुताबिक- अगर इजरायल की तरफ से किसी भी तरह का उल्लंघन किया, हमारे ठिकानों पर हमला किया तो हमारे लोग सरेंडर नहीं करेंगे और इसका मजबूती से जवाब दिया जाएगा
फिलिस्तीन की तरफ से हमला स्थानीय समयानुसार सुबह 5:20 पर हुआ था। रॉकेट सीधे लोगों के घरों पर गिरे। यह पहली बार है जब गाजा पट्टी पर स्थित आतंकियों ने इजरायल के मध्य में स्थित किसी शहर को निशाना बनाया है। नेतन्याहू ने हमले का बलपूर्वक जवाब देने की बात कही थी।
एक हफ्ते पहले भी गाजा से तेल अवीव पर दो रॉकेट दागे गए थे। तब गाजा के बड़े हिस्से पर नियंत्रण रखने वाले हमास आतंकी गुट ने गलती से रॉकेट लॉन्च होने की बात कही थी। हालांकि, हमले में कोई भी घायल नहीं हुआ था। इसके बाद इजरायल की तरफ से गाजा पर एक दर्जन से ज्यादा रॉकेट बरसाए गए थे। इसमें चार लोग जख्मी हुए थे।