चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित शीर्ष कम्युनिस्ट पदाधिकारियों पर अपना धन छिपाने के लिए विदेश स्थित कर छूट स्थलों का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। लीक दस्तावेजों में इस बात का खुलासा हुआ है। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सबसे मजबूत इकाई पोलित ब्यूरो स्थाई समिति के कम से कम आठ मौजूदा या पूर्व सदस्यों के नाम इस लीक में सामने आए हैं।
पनामा स्थित कानूनी कंपनी मोजैक फोनसेका से लीक 1.15 करोड़ दस्तावेजों की जांच के बाद दुनियाभर की 140 राजनीतिक शख्सियतों में शामिल इन आठ लोगों पर आरोप है कि उनके विदेशों में खाते हैं। लीक में शी के करीबी रिश्तेदार देंग जियागुई का नाम है, जिन्होंने 2009 में दो ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड कंपनियां बनाई थी।
गौरतलब है कि 2012 में ब्लूमबर्ग समाचार एजेंसी ने भी शी के परिवार की बताई जाने वाली अकूत संपत्ति की जांच को प्रकाशित किया था। 1987 से 1998 में सत्ता में रहे पूर्व प्रधानमंत्री ली फंग की बेटी का नाम भी दस्तावेजों में सामने आया है। बहरहाल, देश के एलीट वर्ग के बारे में हुए खुलासों पर चीनी मीडिया चुप्पी साधे हुए है।