अफगानिस्तान पर पूरी तरह से तालिबान के कब्जा करने के बाद चीन और पाकिस्तान ने भारत से लगती सीमाओं पर तैनात अपने सैन्य कमांडरों को बदल दिया है।शीर्ष सूत्रों ने कहा कि चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाओं पर खतरे भी कई गुना बढ़ गए हैं, क्योंकि विदेशी आतंकवादी अशांति फैलाने के लिए भारत में प्रवेश करने का प्रयास करेंगे।
दिलचस्प बात यह है कि चीन ने पिछले नौ महीनों में पश्चिमी थिएटर कमांड के लिए अपने उन सैन्य कमांडरों को तीन बार बदला है, जिनके पास भारत के साथ लगती सीमाओं की जिम्मेदारी थी।एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा ये कदम निश्चित रूप से भारत के लिए चिंता का विषय हैं।उन्होंने कहा कि इन दोनों देशों के साथ सीमाओं पर विवादों का समाधान निकट भविष्य में होता नहीं दिख रहा है।
पाकिस्तान ने लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास को अगले जनरल स्टाफ के रूप में नियुक्त किया, जो भारत के साथ नियंत्रण रेखा (एलओसी) की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं। इस पद को पाकिस्तान सेना प्रमुख के बाद सेना के भीतर सबसे प्रभावशाली पद माना जाता है। जनरल स्टाफ के प्रमुख सैन्य संचालन और सैन्य खुफिया निदेशालय के साथ सामान्य मुख्यालय में परिचालन और खुफिया मामलों को देखते हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को रावलपिंडी कोर के कमांडर के रूप में तैनात किया गया है और लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद चिराग हैदर को मुल्तान कोर के कमांडर की जिम्मेदारी दी गई है, जो पाकिस्तान सेना की मुख्य स्ट्राइक कोर में से एक है।रावलपिंडी कोर नियंत्रण रेखा (एलओसी) की देखभाल करती है।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद की ओर से हाल ही में तालिबान नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर से मुलाकात के बाद यह बदलाव किए गए हैं। तालिबान के सह-संस्थापक बरादर को अफगानिस्तान में तालिबान सरकार का उप प्रधानमंत्री बनाया गया है।
वहीं दूसरी ओर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सोमवार को जनरल वांग हाइजियांग को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के वेस्टर्न थिएटर कमांड का कमांडर नियुक्त किया है।पश्चिमी थियेटर कमान झिंजियांग और तिब्बत स्वायत्त क्षेत्रों के साथ-साथ भारत की सीमाओं की देखरेख करती है।
58 वर्षीय जनरल वांग हाइजियांग (58) ने 59 वर्षीय जनरल जू किलिंग की जगह ली है, जिन्हें इस साल जुलाई में ही पश्चिमी थिएटर कमान के प्रमुख के रूप में पदोन्नत किया गया था।इससे पहले, जनरल जू ने जुलाई में 59 वर्षीय जनरल झांग जुडोंग की जगह ली थी, जिन्हें पिछले साल दिसंबर के मध्य में कमान का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया गया था और उन्होंने 65 वर्षीय जनरल झाओ जोंगकी की जगह ली थी, जो पीएलए से सेवानिवृत्त हुए थे।
यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि जनरल जू और जनरल झांग की नई भूमिका क्या होगी और दोनों अभी भी पश्चिमी कमान से मुक्त होने के बाद भी सेवा में हैं।उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर पहरेदारी में बदलाव को देखते हुए भारतीय सेना ने सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है, साथ ही वह रणनीतिक बदलाव भी कर रही है।