इराक को चार दशक से ज्यादा वक्त के बाद अपनी ब्यूटी क्वीन मिली थी। इराक की ब्यूटी क्वीन सायमा अब्देलरहमान बहु-जातीय शहर किरकुक की रहने वाली हैं। जब उनको मिस इराक चुना गया था तब वह 20 साल की थीं। सायमा बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएट हैं। सायमा ने कहा कि उन्होनें मिस इराक बनाकर यह दिखा दिया है कि इराक की महिलाओं का भी समाज में वजूद है। उनके भी पुरूषों की तरह अपने अधिकार हैं।
इराक में महिलाओं के अधिकारों पर कहा, इराक में महिलाओं का एक सकारात्मक इतिहास रहा है।उन्होंने कहा कि हमारे यहां पिछली शताब्दी में ही महिला मंत्री रही हैं। इराक की महिलाओं का राजनीतिक, सामाजिक, वैज्ञानिक और कलात्मक क्षेत्र में सकारात्मक रूप से प्रभाव रहा है। पिछले कुछ दशकों से राजनीति और लड़ाइयों के कारण महिलाओं की भूमिका कम हुई है।
सायमा ने कहा अब हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में इराक के हर क्षेत्र में महिलाओं का सकारात्मक वजूद बढ़ेगा। सायमा का सपना है कि वह अपनी जिंदगी में एक बार एश्वर्या राय बच्चन से मिलें। वह भारत की यात्रा करना चाहती हैं। वह भारत के लोगों को बहुत बुद्धिमान मानती हैं।
आपको बता दें कि जब तेल संपदा से समृद्ध इस देश की सासन व्यवस्था पर कट्टरपंथी हावी नहीं थे तो आखिरी बार यहां 1972 में ब्यूटी कॉन्टेस्ट हुआ था। बगदाद के एक होटल में हुए इस कॉन्टेस्ट में ज्यूरी ने हरी आंखों और ऊंचे कद वाली 20 साल की लड़की सायमा अब्देलरहमान को मिस इराक के खिताब से नवाजा था।
सायमा को 2015 में मिस इराक चुना गया था। कट्टरपंथी तत्वों की धमकी के बावजूद ये कॉन्टेस्ट इराक में हुआ है। जिस होटल में यह कॉन्टेस्ट आयोजित हुआ, उसके बाहर क्लाशिनिकोव लिए बंदूकधारी तैनात थे। धमकियों की वजह से इससे पहले एक बार कॉन्टेस्ट की तारीख टालनी पड़ी थी। जीतने के बाद सायमा ने कहा कि वे यह देखकर खुश हैं कि इराक आगे की ओर बढ़ रहा है।