अफगानिस्तान में मस्जिद के अंदर ब्लास्ट से कम से कम 13 लोगों के मारे जाने की अाशंका जताई जा रही है। साथ ही 30 से ज्यादा लोग घायल बताए गए हैं। हालांकि, 12 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की जा चुकी है। स्थानीय पुलिस के मुताबिक, मरने वालों और घायलों का आंकड़ा अभी बढ़ भी सकता है।
प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता तालिब मंगल और पुलिस चीफ बसिर बेना ने इस घटना की पुष्टि की है। हालांकि, दोनों ने ही मौत के आंकड़े पर कुछ नहीं कहा है। बता इें कि इस मस्जिद के अंदर ही वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटर बनाया गया था।पुलिस चीफ बसिर बेना के मुताबिक, मस्जिद के बाहर कई लोग नमाज के लिए जुटे थे।
यहां वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटर भी बनाया गया है। यह फिदायीन हमला नहीं था, बल्कि इसे योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया।अब तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन पिछले कुछ हमलों की तरह इसके पीछे भी तालिबान या आईएसआईएस का हाथ माना जा रहा है।
आतंकी पहले भी वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटरों को निशाना बना चुके हैं।अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव के लिए 4 अप्रैल को वोटर रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ था। इसके एलान के बाद से ही पूरे अफगानिस्तान में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी देखी गई।
आतंकी चुनावों में अड़चन डालने के लिए अफसरों और चुनाव अधिकारियों को भी अगवा कर रहे हैं।बता दें कि पिछले महीने ही काबुल स्थित वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटर के बाहर भी फिदायीन हमला हुआ था। इसमें करीब 48 लोग मारे गए थे, वहीं 112 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। ये सभी लोग चुनाव से पहले अपने वोटर रजिस्ट्रेशन कार्ड हासिल करने के लिए खड़े थे।