जापान में भारी बारिश से आई विनाशकारी बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 200 हो गई है. बाढ़ और भूस्खलन के चलते लापता दर्जनों लोगों को खोजने का अभियान अभी जारी है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, तलाशी अभियान में 70,000 से कर्मी जुटे हुए हैं.
बाढ़ से प्रभावित इलाकों में 60 से अधिक लोग लापता हैं. बाढ़ से हिरोशिमा, ओकायामा और एहिमे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.दमकल एवं आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि गुरुवार सुबह तक 6700 लोग आपातकालीन शरणगाहों में थे.
कुछ शिविर वातानुकूलित नहीं हैं, ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने गर्मी से संबंधित बीमारियां होने की चेतावनी दी है. मौसम एजेंसी ने कहा है कि आगामी सप्ताहों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
मंत्रालय ने विशेष रूप से फूड प्वाइजनिंग होने की चेतावनी दी है क्योंकि पूर्व में रेफ्रिजरेटर के अभाव में शरणार्थी शिविर में रह रहे लोग फूड प्वाइजनिंग का सामना कर चुके हैं. पश्चिमी जापान में परिवहन व्यवस्था भी प्रभावित हुई है.
बताया जा रहा है कि 1982 के बाद जापान में मरने वालों की यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. करीब 2.70 लाख घरों में पानी की सप्लाई कट चुकी है और हजारों घरों में लाइट नहीं है. शरणार्थी शिवरों में रह रहे लोगों को खाने की आपूर्ति करने में कठनाई हो रही है.