कजाकिस्तान के तुर्किस्तान क्षेत्र में मिलिट्री डिपो में एक धमाका हुआ। आंतरिक मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि धमाके में दो लोग मारे गए जबकि 165 घायल हुए। घटना के बाद 40 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
उप-मंत्री यूरी इलयिन ने कहा- धमाके में एक स्थानीय व्यक्ति की मौत हो गई। दरअसल उसकी कार से बम का गोला टकराया, जो उसकी मौत का कारण बना। इस घटना में मारा गया दूसरा व्यक्ति रक्षा मंत्रालय का जवान था।
सर्च ऑपरेशन के दौरान उसका शव आर्मी यूनिट के पास मिला।आंतरिक मंत्रालय ने बताया- फिलहाल मिलिट्री यूनिट में लगी आग पर काबू पाना असंभव है क्योंकि लगातार धमाके हो रहे हैं। हालांकि एरिज में फायरफाइटर्स के 23 समूह जुटे हुए हैं।
लोगों को बाहर निकालने के लिए प्रयास भी जारी हैं। खतरनाक स्थानों से 2815 लोगों को निकाला जा चुका है। 40 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।रक्षा मंत्री एन.येरमेकबायेव ने कहा- मिलिट्री यूनिट में सुरक्षा उपकरण रखे हैं।
वो चारो तरफ मिट्टी से घिरी हुई है। हालांकि वहां कोई रेडियोएक्टिव हथियार नहीं है। ऐसे में किसी भी तरह से रेडिएशन का खतरा नहीं है। 1200 सैनिक नागरिकों को निकालने के लिए जुटे हैं।कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव ने सोमवार को घटनास्थल का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की।
उन्हें आश्वस्त किया कि शहर को फिर से बसाया जाएगा। सरकार ने तुर्किस्तान क्षेत्र में आपातकाल घोषित किया है। स्वास्थ्य मंत्री येल्जान ब्रिटनोव ने कहा- धमाके में घायल हुए 165 लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।