अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन को 40 अरब डॉलर की सहायता देने वाले प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर उसे मंजूरी प्रदान कर दी है।अमेरिका यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहा है। अमेरिका की ऋण देने की इसी नीति के कारण द्वितीय वियुद्ध में नाजी जर्मनी को हराने में मदद मिली थी।
यूक्रेन को दी जाने वाली इस आर्थिक मदद को अमेरिका की रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने अपनी स्वीकृति प्रदान की है। अमेरिकी कांग्रेस ने रूस के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए यूक्रेन को अरबों डॉलर की मदद देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अमेरिका की ओर से यूक्रेन को 40 अरब डॉलर की सैन्य और मानवीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
हालांकि राष्ट्रपति बाइडन ने कांग्रेस से 33 अरब डॉलर की राशि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था।अमेरिका के इस कदम को नौ मई को विजय दिवस परेड के दौरान रूस द्वारा किए गए शक्ति प्रदर्शन के जवाब के रूप में देखा जा रहा है। नौ मई 1945 को जर्मनी ने बिना शर्त आत्मसमर्पण किया था।
बाइडन ने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने के बाद एक बयान में कहा, युद्ध के मैदान में यूक्रेन की सफलता के लिए यह सहायता बेहद महत्वपूर्ण है।बाइडन ने कहा, यूक्रेन की मदद के लिए भेजी जा रही सैन्य साजो-सामान की आपूर्ति में किसी भी रुकावट से बचने के लिए संसद को अगले यूक्रेन सहायता पैकेज को 10 दिनों के भीतर मंजूरी देनी चाहिए।
व्हाइट हाउस ने कहा है कि रूसी सेना यूक्रेन में युद्ध अपराध एवं अत्याचार कर रही है और आम लोगों को संकट एवं अनावश्यक विनाश का सामना करना पड़ रहा है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने सोमवार को कहा, अमेरिका इस महत्वपूर्ण क्षण में यूक्रेन को सुरक्षा, आर्थिक और मानवीय सहायता के संदर्भ में समर्थन प्रदान करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है।
साकी ने कहा आज अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने लेंड-लीज एक्ट पर हस्ताक्षर किए, जो हमें यूक्रेन को हथियार और उपकरण प्रदान करने के लिए आवश्यकता मंजूरी देता है। उन्होंने कहा, जब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और रूसी लोग विजय दिवस मना रहे थे, तब रूसी सेना यूक्रेन में युद्ध अपराध और अत्याचार कर रही थी।
वे एक क्रूर युद्ध में शामिल हैं, जो अनावश्यक विनाश का कारण बन रहा है। साकी ने कहा, विजय दिवस यूरोप में शांति और एकता का जश्न मनाने और द्वितीय वियुद्ध में नाजियों की हार का प्रतीक माना जाता है। इसके बजाय, पुतिन इतिहास को बदलने की कोशिश कर रहे हैं।