म्यांमार में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने लगाया सैन्य नेताओं पर प्रतिबंध

म्यांमार में तख्तापलट के मद्देनजर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सैन्य नेताओं पर कई प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।म्यांमार में एक फरवरी को हुए तख्तापलट के विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं जबकि लोगों के बड़ी संख्या में एकजुट होने पर प्रतिबंध है और रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाया गया है।

बाइडन ने व्हाइट हाउस में बुधवार को पत्रकारों से कहा, आज मैं कई कार्रवाइयों की घोषणा कर रहा हूं और तख्तापलट के लिए जिम्मेदार नेताओं पर प्रतिबंध लगाकर इसकी शुरुआत कर रहा हूं।

बर्मा सरकार को अमेरिका से मदद के रूप में मिले एक अरब डॉलर के कोष तक वहां के जनरलों की अनुचित तरीके से पहुंच रोकने के लिए अमेरिका सरकार यह कदम उठा रही है।

म्यांमार में हालात पर अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में बाइडन ने अपील की कि म्यांमार की सेना को आठ नवम्बर को हुए चुनाव में देश के लोगों की इच्छा का सम्मान करना चाहिए।

बाइडन ने कहा कि उन्होंने एक नए शासकीय आदेश को मंजूरी दी है, जो तख्तापलट का निर्देश देने वाले सैन्य नेताओं, उनके कारोबारी हितों और उनके परिवार के सदस्यों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाता है।

राष्ट्रपति ने कहा, हम निर्यात पर भी कड़ा नियंत्रण लगाने वाले हैं। ऐसी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जा रही है, जिनसे बर्मा की सरकार को लाभ होता था। हालांकि अस्पताल, नागरिक संस्थाओं और ऐसे संस्थान, जिनसे म्यांमार की जनता को सीधा लाभ पहुंचता है, उन्हें समर्थन जारी रखेंगे।

अमेरिका और पश्चिम के कई देशों के नेता म्यांमार के लिए उसका पुराना नाम इस्तेमाल करते हैं।उन्होंने कहा कि अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ हिंसा अस्वीकार्य है।

बाइडन ने कहा, बर्मा के लोग अपनी आवाज उठा रहे हैं। दुनिया इसे देख रही है। पिछले सप्ताह अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों को एक साथ लाने में मदद की थी।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कड़ा बयान जारी कर म्यांमार में लोकतंत्र की बहाली का समर्थन किया था। इस सप्ताह बाइडन प्रशासन म्यांमार में मानवाधिकार पर मानवाधिकार परिषद से बात करेगा।उन्होंने कहा, आज एक बार फिर मैं बर्मा की सेना से आह्वान करता हूं कि वह आंग सान सू की और विन मत समेत लोकतांत्रिक नेताओं को तत्काल रिहा करे।

बाइडन ने कहा कि अमेरिका में दोनों दलों की सरकारें म्यांमार में लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता के हस्तांतरण को लेकर चिंतित रही हैं। सीनेट के विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष सीनेटर बॉब मेनेंडेज ने बाइडन की इस घोषणा का स्वागत किया।

Check Also

ईरान के यात्री विमान में बम की धमकी की खबर से अलर्ट पर भारतीय सुरक्षा एजेंसी

भारतीय वायुसेना ने सुबह बम की धमकी के बाद ईरान की राजधानी तेहरान से चीन …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *