अमेरिका ने अफगानिस्तान में सबसे बड़ा नॉन-न्यूक्लियर बम GBU-43 गिराया

अमेरिका ने अफगानिस्तान में सबसे बड़ा नॉन-न्यूक्लियर बम GBU-43 गिराया। उसके निशाने पर ISIS था। अफगानिस्तान के नानागढ़ प्रोविन्स के जिस अचिन जिले में बम गिराया गया, वहां से पाकिस्तान की तोरखाम बॉर्डर की दूरी महज 60 किमी है। ये बम डेढ़ किमी तक सब कुछ तबाह कर देता है। जहां ये गिरता है, वहां 300 मीटर चौड़ा गड्ढा हो जाता है।

व्हाइट हाउस प्रेस सेक्रेटरी शॉन स्पाइसर ने कहा मदर ऑफ ऑल बॉम्ब ने उन सुरंगों और गुफाओं को निशाना बनाया, जिनका इस्तेमाल ISIS कर रहा था। बता दें कि अमेरिका ने 2001 में 9/11 हमलों के बाद अफगानिस्तान में जंग शुरू की थी। 16 साल में पहली बार उसने इतने बड़े नॉन न्यूक्लियर बम का वहां इस्तेमाल किया है।

यूएस मिलिट्री के मुताबिक मदर ऑफ ऑल बॉम्ब को एअरफोर्स स्पेशल ऑपरेशंस कमांड ने MC-130 एयरक्राफ्ट से ड्रॉप किया। आर्मी इस बम से हुए नुकसान का असेसमेंट कर रही है।अमेरिका के निशाने पर पाकिस्तान बॉर्डर के पास के इलाके में छिपे ISIS के आतंकी थे। ये आतंकी सुरंगों और गुफाओं की आड़ में रह रहे थे। यूएस सेंट्रल कमांड ने कहा कि ये ऑपरेशन अफगानिस्तान में ISIS-K के खिलाफ चल रही लड़ाई का हिस्सा था।

अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी जरनल जॉन निकोलसन ने कहा कि जैसे-जैसे ISIS को नुकसान पहुंच रहा है, वो अपनी सेफ्टी बढ़ाने के लिए आईईडी, बंकर और टनल्स का इस्तेमाल कर रहा है।पेंटागन ने बताया कि अफगानिस्तान की नानागढ़ प्रोविन्स के अचिन डिस्ट्रिक्ट में ISIS खुरासान टनल कॉम्प्लेक्स पर ये बम गिराया गया। यहां से महज एक घंटे की दूरी पर पाकिस्तान बॉर्डर है।

यूएस मीडिया के मुताबिक अफगानिस्तान में गुरुवार शाम 7 बजे GBU-43 बम गिराया गया। ये जीपीएस गाइडेड बम था।बम का वजन 21,600 पाउंड यानी करीब 10,000 किलोग्राम है। यूएस ने अफगानिस्तान में जो बम गिराया, वह सीरिया में बरसाए जा रहे अमेरिकी बमों से 21 गुना ज्यादा वजनी है।

अगर न्यूक्लियर बमों को छोड़ दें तो ये दुनिया में मौजूद सबसे पावरफुल ट्रेडिशनल बम है।इसका वजन 10 हजार किलोग्राम के करीब होता है। कुल 8,164 एक्सप्लोसिव भरा होता है।टीएनटी एक्सप्लोसिव (Trinitrotoluene) से तुलना करें तो ये उससे 11 गुना ज्यादा ताकतवर होता है। करीब डेढ़ किमी के दायरे में आने वाली सभी चीजों को तबाह कर देता है।

पेंटागन के स्पोक्सपर्सन एडम स्टंप के मुताबिक बम को मैसिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट बॉम्ब (MOAB) नाम से जाना जाता है। इसका निकनेम मदर ऑफ ऑल बॉम्ब्स है।अमेरिका ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर तालिबान के 9/11 आतंकी हमले के बाद अफगानिस्तान पर हमला किया था। 2014 में बराक ओबामा ने जंग खत्म करने का एलान किया। लेकिन यूएस ने वहां अपनी एक टुकड़ी रखी है। अब आईएसआईएस वहां जड़ें जमा रहा है। इस वजह से अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपना मिशन दोबारा तेज किया है।

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