अमेरिका में प्रेसिडेंशियल इलेक्शन के लिए टिकट किसे दिया जाए, इसे लेकर वोटिंग में डोनाल्ड ट्रम्प और हिलेरी क्लिंटन ने जीत हासिल की। एक मार्च को सुपर ट्यूसडे के दौरान 12 राज्यों में वोटिंग हुई। रिपब्लिकन पार्टी से टिकट पाने के लिए ट्रम्प के आगे चार दावेदार मैदान में थे। वहीं, डेमोक्रेटिक पार्टी से बर्नी सैंडर्स और हिलेरी फाइट में थीं। रिपब्लिकन पार्टी में ट्रम्प की बढ़त रोकने के लिए सीनेटर मार्को रूबियो और टैड क्रूज कोशिश की।
क्रूज अपने होम स्टेट टैक्सास में ट्रम्प को किसी हालत में आगे निकलने नहीं देना चाहते थे।मैसाचुसेट्स में ट्रम्प ने पूरा जोर लगा रखा था।
हालांकि, मंगलवार की वोटिंग से जुड़े ओपिनियन पोल करीब सभी राज्यों में ट्रम्प को जिता रहे थे। वे चार में से तीन राज्य में पहले ही जीत चुके थे।सीएनएन/ओआरसी के पोल के मुताबिक ट्रम्प 49% के साथ सबसे आगे थे। रूबियो 16% के साथ दूसरे नंबर पर थे।
टैक्सास के क्रूज 15% के साथ तीसरे नंबर पर थे। रिटायर्ड न्यूरोसर्जन बेन कार्सन को 10 और ओहायो के गवर्नर जॉन केसिक को 6% सपोर्ट मिला था।डेमोक्रेटिक पार्टी में हिलेरी क्लिंटन साउथ कैरोलाइना की जीत के बाद सुपर ट्यूसडे के लिए पूरी तरह से आगे निकल गईं।उन्हें वहां अफ्रीकी अमेरिकियों के करीब 86% वोट मिले।अलबामा, जॉर्जिया और वर्जीनिया के अश्वेत वोटर्स ने भी हिलेरी पर भरोसा जताया।
रिपब्लिकन पार्टी : टिकट पाने के लिए 1237 डेलिगेट के वोट जरूरी, सुपर ट्यूसडे में 600 डेलिगेट्वोस ने वोट दिए।
डेमोक्रेटिक पार्टी : 865 डेलिगेट्स ने वोट दिया। टिकट पाने के लिए इनमें से 36% वोट जरूरी था।