अमेरिका के आंतरिक सुरक्षा विभाग ने रूस की तरफ से बड़े साइबर हमले की चेतावनी जारी की है।इसमें महत्वपूर्ण आधारभूत ढांचों के साथ साथ स्थानीय सरकारी नेटवर्क को निशाना बनाए जाने की आशंका जाहिर की गई है।रूस इस तरह के हमले के लिए आक्रामक साइबर उपकरणों का इस्तेमाल कर सकता है जिसमें अमेरिका की कम महत्वपूर्ण सेवाओं से लेकर आवश्यक आधारभूत ढांचों को निशाना बनाया जा सकता है।
इस नोटिस में कहा गया है कि हम आकलन करते हैं कि यदि रूस को लगता है कि यूक्रे न पर उसके संभावित आक्रमण के खिलाफ अमेरिका या नाटो की प्रतिक्रिया से उसकी दीर्घकालिक राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है तो वह हमारे खिलाफ एक साइबर हमले शुरू करने पर विचार करेगा।आंतरिक सुरक्षा विभाग ने राज्य सरकारों, स्थानीय सरकारों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के संचालकों को इस मामले में एक पत्र भेजा है।
यूक्रेन पर रूस के साथ अमेरिकी तनाव के बावजूद, विभाग का आकलन है कि अमेरिकी प्रतिष्ठानों पर विघटनकारी या विनाशकारी साइबर हमले करने के लिए रूस की क्षमताशायद बहुत अधिक प्रतीत होती है।इस बीच अमेरिकी रक्षा विभाग ने घोषणा की है कि रूस-यूक्रेन सीमा पर बढ़ते तनाव के कारण संभावित तैनाती के लिए लगभग 8,500 अमेरिकी सैनिकों को अलर्ट पर रखा गया है।
इस मामले में अभी तक कोई औपचारिक निर्णय नहीं हुआ है।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पिछले हफ्ते जोर देकर कहा था कि अगर रूस यूक्रेन की सरकारी वेबसाइटों को निशाना बनाना जारी रखता है तो उनका देश अपने तरीकों से साइबर हमलों का जवाब देगा।इससे पहले रूस-प्रायोजित हैकरों ने यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर साइबर हमले किए, जिससे कई सरकारी वेबसाइटें बंद हो गईं।
साइबर हमले के परिणामस्वरूप, विदेश मंत्रालय और कई अन्य सरकारी एजेंसियों की वेबसाइटें बंद हो गईं। यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के बीच रूस पर बार-बार साइबर हमले का आरोप लगता रहा है।यूरोपीय संघ (ईयू) किसी भी संभावित रूसी साइबर हमलों या हाइब्रिड खतरों से बचाव के लिए भी तैयार है।