अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन और अमेरिका के बीच पूरी तरह से व्यापारिक अलगाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. इसके मुताबिक अगर चीन अमेरिकी शर्तों को नहीं मानता है, तो पूरी तरह से अमेरिका उससे व्यापार बंद कर देगा. जबकि चीन अब भी अमेरिकी सामानों की बड़ी खरीद करने वाले देशों में से एक है.
एक अमेरिकी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने पहले कहा हमें चीन के साथ व्यापार करना ही नहीं है. उसके बाद उन्होंने व्यापारिक अलगाव की बात कही. ट्रंप ने कहा अगर, चीन ने हमारे साथ सही तरह से व्यवहार (व्यापारिक घाटे की पूरी भरपाई) नहीं किया, तो मैं ऐसा जरूर करूंगा.
दरअसल, चीन और अमेरिका दोनों ही देश एक-दूसरे के साथ बड़ा व्यापार करते हैं, लेकिन इसमें व्यापारिक घाटाअमेरिका को उठाना पड़ता है. डोनाल्ड ट्रंप इसी व्यापारिक घाटे की भरपाई चाहते हैं. उनका कहना है कि चीन हमसे उतना सामान तो खरीदे, जितनी वो हमें दे रहा है.
हालांकि दोनों देशों के बीच ट्रेड डाल पर पहले दौर की सहमति जनवरी में ही बन गई थी, लेकिन कोरोना वायरस फैलने के बाद ट्रंप ने दूसरे दौरे की बातचीत और समझौते की प्रक्रिया को रोक दिया था और चीनी सामान पर टैरिफ बढ़ा दिए थे. अमेरिका के इस कदम के बाद चीन ने भी कई कदम उठाए हैं, जिसके बाद दोनों देशों में व्यापारिक तनाव चरम पर पहुंच गया है.
इस पूरे मामले पर जून में अमेरिकी वित्त विभाग के सचिव स्टीवन म्यूचिन ने कहा कि अमेरिका-चीन के बीच व्यापारिक अलगाव से अमेरिकी कंपनियों को घाटा होगा. क्योंकि इसके बाद अमेरिकी कंपनियां चीनी अर्थव्यवस्था में साफ तरीके से व्यापार नहीं कर पाएंगी.