डोनाल्ड ट्रम्प पहले विदेश दौरे पर सऊदी अरब पहुंचे। उन्होंने कहा कि आतंकी खुदा को नहीं बल्कि मौत को पूजते हैं। आतंकवाद के खिलाफ जंग भगवान और शैतान के बीच लड़ाई जैसी है। इससे पहले उन्हाेंने सऊदी के किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशाें के बीच 110 अरब डॉलर (करीब 7 लाख करोड़ रुपए) की हथियारों की डील हुई।
ट्रम्प ने किंग सलमान समेत सऊदी के अमीरों के साथ तलवार (सोर्ड) डांस भी किया।ट्रम्प ने अपनी स्पीच में कहा हमारी लड़ाई अलग-अलग आस्थाओं और सभ्यताओं के खिलाफ नहीं है। यह लड़ाई अच्छे और बुरे के बीच है। जब लोग मारे जा रहे हों, तो यह आस्था नहीं है। चाहे वो मुस्लिम हों या ईसाई, शिया हों या सुन्नी, वो ईश्वर के बच्चे हैं। उनकी मौत सभी का अपमान है।
आतंकी खुदा को नहीं, बल्कि मौत को पूजते हैं।आतंकवाद के खिलाफ जंग वेस्ट और इस्लाम के बीच नहीं बल्कि भगवान और शैतान के बीच लड़ाई जैसी है।रियाद में 50 अरब और मुस्लिम लीडर्स के साथ मीटिंग में ट्रम्प ने क्षेत्र में अमेरिका की नई भूमिका की बात कही।ट्रम्प ने ये भी कहा मैं यहां लेक्चर देने नहीं आया हूं।
मैं यहां इसलिए भी नहीं आया कि लोग कैसे जिएं, उन्हें क्या करना चाहिए या वे कैसे पूजा करें। मैं यहां पार्टनरशिप करने आया हूं जिसमें सबके हित साझा हों और हमारा आगे का वक्त अच्छा हो।आतंकियों को आप अपने पूजास्थलों और अपनी कम्युनिटी से बाहर का रास्ता दिखा दीजिए।
ट्रम्प 9 दिन के मिडिल ईस्ट (वेस्ट एशिया और यूरोप) के दौरे पर हैं। उनका पहला पड़ाव सऊदी अरब है।अमेरिकी विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन के मुताबिक, 110 बिलियन डॉलर की डिफेंस डील के अलावा सऊदी के साथ कई अन्य समझौते भी हो सकते हैं। कुल मिलाकर दोनों देशों के बीच 350 बिलियन डॉलर के करार हो सकते हैं।
डील के बाद जर्नलिस्ट्स से मुखातिब होते हुए ट्रम्प ने कहा ये एक शानदार दिन रहा। सऊदी ने अमेरिका में जॉब्स के लिए सैकड़ों बिलियन डॉलर की इन्वेस्टमेंट की बात कही है। इसके लिए मैं सऊदी अरब के लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं।बता दें कि ट्रम्प की अगवानी करने खुद किंग सलमान पहुंचे थे। ट्रम्प के साथ उनकी वाइफ मेलानिया भी हैं।9 दिन के इस दौरे में ट्रम्प इजरायल, वेटिकन, इटली और बेल्जियम भी जाएंगे।
9 मई को ट्रम्प ने एफबीआई चीफ जेम्स कोमी को बर्खास्त कर दिया था। वे यूएस इलेक्शन में रूस की दखलअंदाजी की जांच कर रहे थे। इसको लेकर ट्रम्प को खासे विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है।अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प ने पिछले हफ्ते ओवल ऑफिस में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अमेरिका में रूस के एम्बेसडर सर्गेई किस्ल्याक के साथ मीटिंग की थी।
ट्रम्प ने मुराबा पैलेस में सऊदी का ट्रेडिशनल सोर्ड डांस किया। इसमें किंग सलमान व्हाइट हाउस के ऑफिशियल्स और सऊदी अमीर शामिल हुए।सोर्ड डांस को सऊदी में अर्दा कहा जाता है। इसे किसी धार्मिक या शादी के मौके पर किया जाता है।इससे पहले 2014 में ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स और 2008 में यूएस प्रेसिडेंट जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने सोर्ड डांस किया था।