फ्लाेरिडा के डगलस हाईस्कूल में एक स्टूडेंट ने फायरिंग कर दी, जिसमें उसके 17 लोगों की मौत हो गई। करीब 14 लोग जख्मी हैं। आरोपी निकोलस क्रूज की उम्र 19 साल है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। घटना में मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है।ये घटना मियामी से करीब 72 किमी दूर पार्कलैंड इलाके के मार्जरी स्टोनमैन डगलस हाईस्कूल में छुट्टी से पहले हुई।
बताया जा रहा है कि अारोपी स्टूडेंट को डिसीप्लिन तोड़ने की वजह से स्कूल से निकाल दिया गया था, जिसकी वजह से वह गुस्से में था।पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पहले स्कूल का फायर अलार्म बजाया। इससे स्कूल में अफरा-तफरी मच गई, जिसके बाद उसने फायरिंग शुरू कर दी।पुलिस के मुताबिक, अारोपी स्टूडेंट ने इस वारदात में AR-15 असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया।
जानकारी के मुताबिक, इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने विरोध किए बगैर सरेंडर कर दिया।बताया जा रहा है कि आरोपी क्रूज ने पहले स्कूल के बाहर फायरिंग की, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई, फिर वह बिल्डिंग में घुसा और 12 और लोगों की हत्या कर दी।हादसे में मारे गए लोगों में से 12 की मौत स्कूल की बिल्डिंग के अंदर और 2 की बिल्डिंग के बाहर हुईं।
एक शख्स ने सड़क पर तो दो जख्मियों ने अस्पताल में दम तोड़ा।एक गन कंट्रोल ग्रुप के मुताबिक, यूएस के स्कूलों में इस साल फायरिंग की ये 18वीं घटना है। इसमें खुदकुशी और वे मामले भी शामिल हैं, जिनमें कोई भी हताहत नहीं हुआ।बता दें कि जनवरी में ही बेनटॉन के एक स्कूल में 15 साल के शख्स द्वारा की गई फायरिंग में दो स्टूडेंट्स की जान चली गई थी।
दो साल पहले ऑरेगॉन के कॉलेज में नौ लोगों की हत्या के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा रो तक पड़े थे।उन्होंने कहा था अगर आज हमने कदम नहीं उठाया तो ऐसी घटनाएं नहीं रुकेंगी। जब भी मैं उन बच्चों के बारे में सोचता हूं, पागल हो जाता हूं। हम सब को संसद में गन पॉलिसी लानी चाहिए। लेकिन अमेरिकी कांग्रेस के 70 फीसदी सांसद हथियारों की समर्थक थे। लिहाजा, ओबामा बेबस रहे।
दुनियाभर की कुल सिविलियन गन में से 48% सिर्फ अमेरिकियों के पास हैं। अमेरिकियों के पास करीब 31 करोड़ हथियार हैं।89% अमेरिकी लोग अपने पास बंदूक रखते हैं। इनमें से 66% लोग एक से ज्यादा बंदूक रखते हैं।अमेरिका में बंदूक बनाने वाली इंडस्ट्री का सालाना रेवेन्यू 91 हजार करोड़ रुपए का है। 2.65 लाख लोग इस कारोबार से जुड़े हुए हैं।
अमेरिकी इकोनॉमी में हथियार की बिक्री सें 90 हजार करोड़ रुपए आते हैं।हर साल एक करोड़ से ज्यादा रिवॉल्वर, पिस्टल जैसी बंदूकें यहां बनती हैं।अमेरिकी राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रम्प ने इस घटन पर ट्वीट कर अपनी संवेदनाएं जताईं। उन्होंने लिखा मेरी प्रार्थनाएं और संवेदनाएं फ्लोरिडा में हुई गोलीबारी में पीड़ितों के साथ हैं।