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हिलेरी क्लिंटन को जेल भेजने का डोनाल्ड ट्रंप ने किया संकल्प

Donald-Trump

अभद्र टिप्पणियों के चलते आलोचनाओं का सामना कर रहे डोनाल्ड ट्रंप ने आज हिलेरी क्लिंटन के पति पर यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर हमला बोला। इसके साथ ही ट्रंप ने संकल्प लिया कि यदि वह चुने जाते हैं तो अपनी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी को विदेश मंत्री रहने के दौरान निजी ईमेल सर्वर इस्तेमाल करने पर झूठ बोलने के लिए जेल भेज देंगे।राष्ट्रपति पद के चुनाव की दूसरी बहस में शुरू से ही कटुता झलकने लगी थी।

दोनों उम्मीदवार जब वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के मंच पर चलकर आए तो हिलेरी ने 70 वर्षीय रिपब्लिकन उम्मीदवार से हाथ तक नहीं मिलाया। इसके बाद 90 मिनट की तीखी बहस में दोनों एक-दूसरे के चरित्र पर हमला बोलते नजर आए। बहस खत्म होने के कुछ ही समय बाद कराए गए सर्वेक्षण में डेमोक्रेट उम्मीदवार को विजयी घोषित किया गया। हालांकि सर्वेक्षण में भाग लेने वाले लोगों ने ट्रंप को उम्मीदें बढ़ा देने का श्रेय दिया।

पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने अमेरिका में मुस्लिमों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने की ट्रंप की योजना पर हमला बोला और कहा कि समुदाय के प्रति उनकी भड़काऊ भाषणबाजी में शामिल होना अदूरदर्शी और खतरनाक होगा। टाउन-हॉल शैली की बहस के दूसरे हिस्से में दोनों उम्मीदवारों के बीच ओबामाकेयर, करों और इस्लामोफोबिया के मुद्दे पर तकरार हुई। जब ट्रंप से पूछा गया कि वे अब भी प्रतिबंध के रूख पर कायम हैं तो तो उन्होंने इसे दुनिया के कुछ हिस्सों से आने वाले लोगों के लिए कड़ी जांच बताया।

हिलेरी ने आरोप लगाया कि ट्रंप का वर्ष 2005 का वीडियो असली ट्रंप को पेश करता है। इसके जवाब में ट्रंप ने हिलेरी के पति बिल क्लिंटन पर बीते दशकों में महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। वर्ष 2005 की वीडियो में ट्रंप महिलाओं के खिलाफ भद्दी टिप्पणियां करते पाए गए थे, जिसके कारण व्हाइट हाउस तक पहुंचने के उनके अभियान को धक्का लगा और कई शीर्ष रिपब्लिकन नेताओं ने उनका साथ छोड़ दिया।

ट्रंप ने कहा कि शुक्रवार को सामने आए वीडियो से वह बेहद शर्मिंदा हैं और उससे नफरत करते हैं। लेकिन उन्होंने इसे आपस में की गई मजाकिया बातचीत करार देकर खारिज कर दिया। बहस के दौरान ट्रंप के वीडियो की वह क्लिप चर्चा का विषय बन गई, जिसमें वह भद्दी भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे और महिलाओं को उनकी मर्जी के बिना छूने की बात कर रहे थे।वीडियो के सामने आने और 27 सितंबर को पहली बहस में अपने प्रदर्शन के कारण दबाव में आए ट्रंप अवज्ञा जैसी मुद्रा अपनाते दिखे।

मीडिया ने पहली बहस में ट्रंप के व्यवहार को आक्रामकता और अज्ञानता से भरा बताया था। ट्रंप ने संकल्प लिया कि यदि वह अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो वर्ष 2009-13 में विदेश मंत्री रहने के दौरान हिलेरी द्वारा उनके निजी ईमेल सर्वर का इस्तेमाल किए जाने के मुद्दे पर एक विशेष जांच बैठाएंगे।ट्रंप ने कहा यदि मैं जीतता हूं तो अटॉर्नी जनरल को एक विशेष अभियोजक नियुक्त करने के लिए कहूंगा ताकि वह आपकी स्थिति की पड़ताल कर सके क्योंकि इससे पहले कभी इतने ज्यादा झूठ नहीं बोले गए हैं, इतना ज्यादा कपट पहले कभी नहीं किया गया।’’ पलटवार करते हुए हिलेरी ने कहा उन्होंने जो कुछ भी कहा, वह बिल्कुल झूठ है लेकिन मैं हैरान नहीं हूं। 

ट्रंप ने कहा ओह, क्या वाकई ऐसा है?’ हिलेरी ने कहा यह अच्छा है कि हमारे देश के कानून का प्रभार डोनाल्ड ट्रंप जैसी सोच वाले किसी व्यक्ति के हाथ में नहीं है। इसपर ट्रंप ने कहा यदि ऐसा होता, तो आप जेल में होतीं। अपने चुनाव अभियान में करो या मरो की स्थिति का सामना कर रहे ट्रंप ने अचानक उन महिलाओं की प्रेस वार्ता करवा दी, जो पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन पर यौन दुराचार के आरोप लगा चुकी हैं। यह प्रेस वार्ता उन्होंने बहस से कुछ ही घंटे पहले बुलाई। आखिरी बहस 19 अक्तूबर को लास वेगास में होगी।

बहस के दौरान गोरबा हामीद नामक एक मुस्लिम महिला ने दोनों उम्मीदवारों से पूछा कि वे चुनाव के बाद उस जैसे लोगों पर देश के लिए खतरा होने का तमगा लगाए जाने के परिणामों से कैसे निपटेंगे? जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या मुस्लिमों का अमेरिका में प्रवेश प्रतिबंधित करना अब उनका रूख नहीं है, तो ट्रंप ने कहा कि प्रतिबंध ने दुनिया के कुछ हिस्सों से आने वाले लोगों की अत्यधिक जांच का रूप लिया है।

उन्होंने कहा हमारे देश में लोग इस तरह आ रहे हैं कि हमें पता ही नहीं है कि वे कौन हैं, कहां से हैं और हमारे देश को लेकर उनकी क्या भावनाएं हैं। और वह (हिलेरी) ऐसे 550 प्रतिशत और लोग चाहती हैं। यह खतरनाक साबित होने वाला है।ट्रंप ने कहा कि वह लाखों लोगों को सीरिया से यहां आते नहीं देखना चाहते जबकि हम उनके बारे में, उनके मूल्यों के बारे में और हमारे देश के प्रति उनके प्यार के बारे में कुछ नहीं जानते।’ हिलेरी ने जवाब में चिल्लाते हुए कहा हम इस्लाम के साथ युद्धरत नहीं हैं।

उन्होंने कहा लेकिन हम जांच करवाएंगे। हमारे पेशेवरों, खुफिया जानकारी के विशेषज्ञों और अन्य की ओर से इस जांच को जितना कड़ा करने की जरूरत होगी, इसे किया जाएगा। लेकिन यहां हमारे लिए अहम यह है कि हम डोनाल्ड ट्रंप की तरह यह न कहें कि हम एक नीतिगत आधार पर लोगों को एक धर्म के आधार पर प्रतिबंधित करने वाले हैं।

हिलेरी ने भी कहा कि पहली बार कोई विदेशी ताकत राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने ट्रंप को फायदा पहुंचाए जाने की ओर इशारा करते हुए कहा कि ट्रंप रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बेहद करीबी रहे हैं। हिलेरी ने मांग की कि ट्रंप अपने कर रिटर्न जारी करें ताकि लोग देख पाएं कि रूसी और अन्य विदेशी ताकतों के साथ उनके क्या गठजोड़ और वित्तीय संबंध हैं।

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